राजस्थान में बाघों की मृत्यु की उच्च स्तरीय जांच हो- दीयाकुमारी

राजसमंद की सांसद दीया कुमारी ने केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखकर राजस्थान में बाघों के संरक्षण एवं संवर्द्धन की उचित व्यवस्था करवाने का अनुरोध किया है।;

Update: 2020-08-17 16:12 GMT

राजसमन्द । राजसमंद की सांसद दीया कुमारी ने केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखकर राजस्थान में बाघों के संरक्षण एवं संवर्द्धन की उचित व्यवस्था करवाने का अनुरोध किया है।

दीया कुमारी ने पत्र में लिखा है कि 23 जुलाई को मुकन्दरा टाईगर हिल रिजर्व में एमटी-3 बाघ की मृत्यु हो गई। यह बाघ कई दिनों से चल नहीं पा रहा था, लेकिन वन विभाग के अधिकारियों ने विशेषज्ञों को बुलाने के बजाय स्थानीय स्तर पर ही इलाज करने की कोशिश की, जिससे बाघ की मृत्यु हो गई। इसी प्रकार तीन अगस्त को एमटी-2 बाघिन की लाश संग्दिध अवस्था में बेवडा तलाई के पास पाई गई और चार अगस्त को नाहरगढ़ अभ्यारण्य क्षेत्र में सफेद बाघ राजा की मृत्यु होना पाया गया। ये घटनाएं दर्शाती हैं कि राज्य के अन्य अभ्यारण्य क्षेत्रों रणथम्भौर, सरिस्का, सज्जनगढ़, नाहरगढ़, आदि में भी बाद्यों की स्थिति ठीक नहीं है।

उन्होंने कहा कि राज्य की टाईगर सेन्चुरी में बाघों को देखने अनेक पर्यटक राजस्थान आते हैं, जो राज्य की आय का माध्यम भी है। उन्होंने वन मंत्री से अनुरोध किया कि राज्य सरकार को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर हाल ही में हुई बाघों की मृत्यु के कारणों की उच्च स्तरीय जांच की जाए ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनर्रावृति ना हो।

Full View

Tags:    

Similar News