गुरदासपुर उपचुनाव : भाजपा उम्मीदवार सलारिया ने भरा नामांकन पत्र
भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार स्वर्ण सलारिया ने गुरदासपुर लोकसभा सीट पर 11 अक्तूबर को होने वाले उपचुनाव के लिये आज यहां नामांकन पत्र भरा;
गुरदासपुर। भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार स्वर्ण सलारिया ने गुरदासपुर लोकसभा सीट पर 11 अक्तूबर को होने वाले उपचुनाव के लिये आज यहां नामांकन पत्र भरा।
भाजपा आलाकमाान ने कल शाम को उनकी उम्मीदवारी का ऐलान किया था।
पर्चा दाखिल करते समय श्री सलारिया के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विजय सांपला, भाजपा के प्रदेश प्रभारी प्रभात झा, एवं विनोद खन्ना की पत्नी कविता खन्ना, अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल भी इस दौरान मौजूद रहे।
नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद श्री सलारिया ने यहां पत्रकारों से कहा कि पठानकोट उनका पैतृक हलका है और वह बाहरी उम्मीदवार नहीं हैं।
पिछली बार भी उन्होंने पार्टी से टिकट मांग था लेकिन किसी वजह से उन्हें टिकट नहीं मिला।
उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री तथा भाजपा सरकार की उपलव्धियों के बूते लोगों से वोट मांगेेंगे तथा पंजाब की अमरिंदर सरकार के छह माह के कार्यकाल की विफलाओं को लोगों तक पहुंचायेंगे।
श्री बादल ने कहा कि अमरिंदर सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। लोगों का अभी से कांग्रेस से मोह भंग होने लगा है।
सत्ता में आने से पहले बड़े बड़े वादे करने वाली कांग्रेस सरकार ने लोगों को गुमराह किया तथा एक भी वादा पूरा नहीं कर सकी ।
इससे पहले आज ही कांग्रेस के सुनील जाखड़ ने भी पर्चा भरा।
उनके साथ मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, पार्टी प्रभारी आशा कुमारी ,सह प्रभारी हरीश चौधरी कैविनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
कैप्टन सिंह ने यहां पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है तथा सांसद प्रताप बाजवा भी कल यहां आ रहे हैं तथा उनके भाई विधायक फतेहजंग बाजवा अभी हमारे साथ है।
श्री सिंह ने भी कहा कि श्री जाखड़ कोई बाहरी व्यक्ति नहीं है। बाहरी उम्मीदवार कहकर पंजाब को बांटने की कोशिश न की जाये।
उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में किसानों ने सबसे कम आत्महत्या की और उसके लिये भी पिछली अकाली सरकार जिम्मेदार है। बादल सरकार की कारगुजारियों का खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है।
किसानों की कर्ज माफी को सरकार ने मंजूरी दे दी है जिसे सीमांत तथा गरीब 10,25 लाख किसान लाभान्वित होंगे।
श्री जाखड़ ने कहा कि वह केद्र सरकार की विफलताओं का उजागर करेंगे।
दलितों से लेकर अनुसूचित जातियों की आवाज कांग्रेस ही बनी है। पूरा देश जीएसटी के मुद्दे पर पिस रहा है व्यापारी वर्ग परेशान है। पंजाब में पिछले 10 सालों में कुछ नहीं किया गया था।
कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकद्दमें बनाये । वह सीमावर्ती अलाकों की समस्याओं काे चुनाव में उठायेंगे।
इस बार पंजाब में मुख्य विपक्षी दल आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी की वजह से मुकाबला त्रिकोणीय कांग्रेस, भाजपा और आप के बीच है। मतदान 11 अक्तूबर हो होगा तथा 15 अक्तूबर को नतीजे आयेंगे।