गुजरात : मृतकों के परिवार ने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच का किया विरोध, बोले- हमारे आंसू अभी सूखे नहीं
भारत-पाकिस्तान के बीच रविवार को एशिया कप 2025 का मुकाबला खेला जाना है। उससे पहले ही इस मैच का विरोध होने लगा है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले में अपनी जान गंवाने वाले मृतकों के परिवार ने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच का विरोध किया है;
भारत-पाक मुकाबले का विरोध, पीड़ित परिवार बोला- हमारे आंसू अभी सूखे नहीं
भावनगर। भारत-पाकिस्तान के बीच रविवार को एशिया कप 2025 का मुकाबला खेला जाना है। उससे पहले ही इस मैच का विरोध होने लगा है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले में अपनी जान गंवाने वाले मृतकों के परिवार ने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच का विरोध किया है।
गुजरात के भावनगर के यतीशभाई परमार और उनके बेटे स्मित के परिवार ने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर विरोध जताया। पीड़ित परिवार ने कहा कि हमारे आंसू अभी सूखे भी नहीं हैं, ऐसे में पाकिस्तान के साथ कोई मैच या संबंध नहीं होना चाहिए।
मृतक यतीशभाई परमार की पत्नी किरणबेन परमार ने भारत-पाकिस्तान के बीच मैच का विरोध करते हुए कहा, "मेरा यही मानना है कि दोनों देशों के बीच मुकाबला नहीं होना चाहिए। मैं उन खिलाड़ियों से अपील करती हूं जो इस मुकाबले में हिस्सा लेने वाले हैं, उन्हें खुद से ही इस मैच का बहिष्कार करना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "पहलगाम हमले में मेरे पति और मेरा 16 साल का बेटा शहीद हो गया। मुझे इस घटना का इतना दुख है कि मेरे आंसू अब तक सूखे नहीं हैं। हमारे सैनिक बार-बार शहीद होते हैं। पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार का संबंध नहीं होना चाहिए। जो लोग हमारे देश के साथ ऐसा करते हैं, उनके साथ कोई रिश्ता नहीं रखना चाहिए।"
यतीशभाई के बेटे सावन परमार ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "पहलगाम आतंकी हमले में मेरे परिवार के दो सदस्य मारे गए थे। हमें बताया गया था कि पाकिस्तान के साथ सभी तरह के संबंध तोड़ दिए गए थे और ऐसे में भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप में मैच हो रहा है, जिसे सुनकर हमें काफी दुख पहुंचा है। मैं मांग करता हूं कि भारत को पाकिस्तान के साथ मैच नहीं खेलना चाहिए, क्योंकि वह एक आतंकी देश है।"
बता दें कि पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी थी, जिसमें गुजरात के यतीशभाई परमार और उनका बेटा स्मित शामिल थे।
हमले में आतंकियों ने धर्म पूछकर लोगों को निशाना बनाया था। भावनगर के रहने वाले यतीशभाई परमार अपने बेटे स्मित और अन्य साथियों के साथ कश्मीर घूमने गए थे। आतंकियों ने यतीशभाई और स्मित की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
इस घटना के बाद भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाकर पाकिस्तान को करारा जवाब दिया था, लेकिन मृतकों के परिजनों में भारत-पाकिस्तान के बीच हो रहे मैच को लेकर नाराजगी देखने को मिल रही है। मृतक के परिवार मांग कर रहे हैं कि पाकिस्तान के साथ मैच या किसी भी तरह के संबंध नहीं होने चाहिए।