कर्नाटक के एनआरआई कांग्रेस की सरकार चाहते हैं : पित्रोदा
कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने सोमवार को कहा कि कर्नाटक से संबंध रखने वाले अनिवासी भारतीय एनआरआई चाहते हैं कि कांग्रेस सत्ता में बरकरार रहे;
बेंगलुरू। कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने सोमवार को कहा कि कर्नाटक से संबंध रखने वाले अनिवासी भारतीय एनआरआई चाहते हैं कि कांग्रेस सत्ता में बरकरार रहे, क्योंकि पार्टी के घोषणा-पत्र में राज्य में प्रवासियों के लिए निवेश को आसान बनाने का वादा किया गया है। पित्रोदा ने यहां संवाददाताओं से कहा, "राज्य के एनआरआई राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित कराने के लिए एकजुट हो रहे हैं, क्योंकि वे इस पार्टी की विचारधारा में भरोसा करते हैं। कांग्रेस ने अपने घोषणा-पत्र में राज्य में अनिवासियों के निवेश की प्रक्रिया को आसान बनाने का वादा किया है।"
दूरसंचार मामलों के विशेषज्ञ पित्रोदा पार्टी के ओवरसीज कांग्रेस डिपार्टमेंट के अध्यक्ष हैं, जो अमेरिका के शिकागो में स्थित है। वह पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सलाहकार भी थे।
उन्होंने कहा कि राज्य की राजधानी बेंगलुरू को कांग्रेस द्वारा तैयार की जाने वाली नीतियों में प्रमुख स्थान दिया जाएगा, जो कि देश का प्रौद्योगिकी केंद्र है।
पित्रोदा ने कहा, "जिस तरह से दुनिया नवाचारों के लिए भारत की ओर देखता है, उसी तरह भारत कर्नाटक की तरफ और कर्नाटक बेंगलुरू की तरफ देखता है।"
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को पार्टी का चुनावी घोषणा-पत्र जारी किया था। पार्टी का कहना है कि सूचना प्रौद्योगिकी को राज्य की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण संवाहक बनाया जाएगा।
सत्ताधारी पार्टी ने कहा कि आईटी उद्योग के मौजूदा योगदान 60 अरब डॉलर को बढ़ाकर 300 अरब डॉलर किया जाएगा।
कर्नाटक को निवेश का एक केंद्र करार देते हुए कांग्रेस ने यह भी कहा है कि राज्य के लोगों के लिए रोजगार के अवसर तैयार करने हेतु नए निवेश लाने के लिए काम किया जाएगा।
कांग्रेस ने पांच वर्षो में राज्य में कुल एक करोड़ नौकरियां तैयार करने का संकल्प लिया है।