हेलीपोर्ट के लिए दूसरी बार जारी होंगे ग्लोबल टेंडर
निर्माण में खर्च किए जाएंगे 43 करोड़ रुपए, सबसे बड़ा हेलीकाप्टर भी उतर सकेगा;
नोएडा। नोएडा में बनने जा रहे हेलीपोर्ट के लिए दूसरी बार ग्लोबल टेंडर जारी होंगे। इसका एक प्रस्ताव तैयार कर बोर्ड को भेज दिया गया है। आज होने वाली बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पर मुहर लग जाएगी। खास ये है इस बार जारी की जाने वाली एनआईटी (नोटिस इंवाइटिंग टेंटर) में छूट दी गई है। इस प्रस्ताव को अंतिम समय में शामिल किया गया है।
तीन सुझाव इसमें पहला हेलीपोर्ट के निर्माण के बाद उसे चालू करने के लिए 1 साल का समय निर्धारित किया गया। हैंगर बनाने के लिए 9 की बजाय 3 साल का समय दिया गया। मोरटोरियम के लिए 1 साल और संचालन 30 साल का किया गया है।
इससे पहले जारी किए गए ग्लोबल टेंडर में एक कंपनी आई थी। लेकिन फाइनेसिएयल बिड में उसे डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था। योजना को पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनशिप) के आधार पर बनाया जाएगा। इसमें लिए जाने वाले किराए का बांड के हिसाब से प्राधिकरण पैसा लेगा।
नोएडा के सेक्टर 151ए में प्रस्तावित हैलीपोर्ट के निर्माण में 43.13 करोड़ रुपए खर्च कर किए जाएंगे। इसका डिजाइन बेल 412 (12 सीटर) के अनुसार तैयार किया गया है। हेलीपोर्ट में 5 बेल 412 के पार्किंग एप्रान की सुविधा होगी। इस हेलीपोर्ट में वीवीआईपी या आपातकाल के समय 26 सिटर एमआई 172 भी उतारा जा सकेगा।
प्राधिकरण के अधिकारी ने बताया कि हाल ही में हुई बैठक में हवाई सेवा से जुड़ी 18 कंपनियों को बुलाया गया था। जिसमे से 8 कंपनियां बैठक में शामिल हुई और पांच ने सुझाव दिए थे। इन्हीं सुझावों पर एनआईटी में बदलाव किया गया। इस फाइल को सीईओ के पास भेजा गया था इसके बाद इसे बोर्ड में शामिल किया जा रहा है।
वहां से मंजूरी मिलते ही ग्लोबल टेंडर जारी कर दिए जाएंगे। ये टेंडर 45 दिन के लिए होगा। इससे पहले प्री बिड बैठक की जाएगी। टेंडर खुलने के बाद टैक्निकल बिड खोली जाएगी। बताया गया कि इस बार दो से ज्यादा कंपनी आने के आसार है। किसी एक कंपनी का चयन किया जाएगा।