पश्चिम बंगाल की युवती इंदौर के वन स्टॉप सेंटर की मदद से पहुंची अपने घर
सोशल मीडिया के जरिए बहकावे में आई पश्चिम बंगाल की एक युवती मुसीबत में फंसते फंसते बची और उसके लिए मददगार बना इंदौर का वन स्टॉप सेंटर।;
इंदौर, 8 जनवरी: सोशल मीडिया के जरिए बहकावे में आई पश्चिम बंगाल की एक युवती मुसीबत में फंसते फंसते बची और उसके लिए मददगार बना इंदौर का वन स्टॉप सेंटर। इस सेंटर के जरिए युवती और उसकी बेटी को सकुशल उसके घर तक पहुंचाया गया है। वन स्टॉप सेंटर इंदौर से प्राप्त जानकारी अनुसार कूचविहार (पश्चिम बंगाल) की एक महिला अपनी छोटी बेटी के साथ सोशल मीडिया फ्रेंड के बहकावे में आकर इंदौर आ गयी। बताए गए स्थान पर फ्रेंड के न मिलने पर परेशान युवती को महिला थाना इंदौर द्वारा मदद कर वन स्टॉप सेंटर पहुंचाया गया। सेंटर पर महिला की काउंसलिंग के बाद महिला-बाल विकास विभाग और जिला प्रशासन इंदौर ने महिला के परिजन से सम्पर्क किया।
बताया गया है कि परिजन द्वारा इंदौर आने में असमर्थता जताने पर सेंटर ने एडीएम इंदौर से अनुमति लेकर पीड़ित महिला को पुत्री सहित महिला आरक्षक और गार्ड की सुरक्षा में उसके घर कूच-विहार (पश्चिम बंगाल) में जिला प्रशासन के अधिकारियों और रेलवे थाने के समक्ष परिजन के सुपुर्द किया। इस तरह वन स्टॉप सेंटर के प्रयासों से महिला सुरक्षित घर पहुंच सकी।
महिलाओं एवं बालिकाओं को आपातकालीन एवं गैर आपातकालीन स्थिति में सहायता प्रदान करने के लिये प्रदेश के सभी 52 जिलों में वन स्टॉप सेंटर बनाये गये हैं। राज्य में महिला-बाल विकास विभाग द्वारा 24 घंटे सातों दिन महिला हेल्प लाइन 181 भी चलाई जा रही है। इस हेल्प लाइन पर कोई भी पीड़िता कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकती है और वन स्टॉप सेंटर की सेवाओं का लाभ ले सकती है।