गौतम बुद्ध विवि ने नए सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया किया शुरु

विवि के कुलपति प्रो. रविन्द्र कुमार सिन्हा व कुल सचिव डॉ. विश्वास त्रिपाठी ने किया शुभारम्भ;

Update: 2023-04-12 01:32 GMT

ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय ने नए सत्र 2023-24 प्रवेश सत्र का शुभारम्भ शुरु कर दिया गया है, प्रवेश के लिए विद्यार्थियों को जीबीयू के वेबसाइट पर आवेदन करना होगा।

कार्यक्रम की जानकारी विवि के कुलपति प्रो.रविन्द्र कुमार सिन्हा व कुलसचिव डॉ. विश्वास त्रिपाठी ने बताया कि नए सत्र में 135 कार्यक्रमों के साथ 3995 सीटों के लिए आवेदन प्रक्रिया शुभारंभ कर दिया गया है, जिनमें से 28 नए कार्यक्रम में कुल 830 सीटें हैं जो विभिन्न स्तरों जैसे स्नातक (यूजी), स्नातकोत्तर (पीजी), डॉक्टरेट, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट के कार्यक्रम शामिल हैं।

जीबीयू में प्रवेश चाहने वाले छात्रों एवं छात्राओं को अपने पसंद के विषय चुनने के लिए बहुत सारे विकल्प दे रही है जो उन्हें अपनी पसंद के विषय चुनने में सहायक साबित होगी।

यह कार्यक्रम उद्योग और शिक्षा के बीच की खाई को पाटने के उद्देश्य से पेश किए गए हैं। विश्वविद्यालय ने पारंपरिक पाठ्यक्रमों के साथ आईटी, इंजीनियरिंग, जैव प्रौद्योगिकी, प्रबंधन और मानविकी और सामाजिक विज्ञान, बौद्ध अध्ययन के उभरते क्षेत्रों में डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम भी विकल्प के रूप में प्रस्तुत कर रही है।

विश्वविद्यालय का समग्र जोर शिक्षण में राष्ट्रीय लोकाचार को एकीकृत करने के लिए शिक्षण-अधिगम और अनुसंधान में गुणवत्ता और नवीनता को बढ़ाना है और छात्रों के आचरण और व्यवहार में नैतिकता और मूल्यों को शामिल करने का प्रयास करना है।

नौकरी पेशा वालों के लिए जीबीयू ने डिजाइन किया कोर्स

नौकरी पेशा वालों के लिए विवि ने एमटेक-सिविल इंजीनियरिंग, स्ट्रक्चर इंजी., बीटेक सिविल इंजी. और एलएलएम दो वर्षीय प्रोग्राम विकेन्ड में चलाया जाएगा। नए कोर्स में विवि ने तीन सार्टिफेकेट कोर्स शुरु किया है जिसमें ड्रोन डिजाइन एण्ड पायलट ट्रेनिंग, जापानीज लैग्वेज एण्ड कल्चर, कोरियन लैंग्वेज एवं कल्चर। इसी के साथ बीए बीएड, बी.काम बीएड और बीएस.सी बीएड शुरु किया है। नए कोर्स में एम.ए. लिंग्युस्टिक्स, एम.ए. सामाजिक विज्ञान, एम.ए. हिन्दू स्टडीज, एम.ए. बुद्धिज्म। खास बात यह है कि एम.ए. हिन्दू स्टडीज को गौतमबुद्ध विवि में ही डिजाइन किया गया है। एमएससी कमेस्ट्री, एमएससी फिजिक्स, एम.एससी मैथमेटिक्स के साथ पीएचडी कमेस्ट्री, पीएचडी फिजिक्स और पीएचडी मैथमेटिक्स भी शुरु किया है।

जीबीयू ने देश व विदेशी शैक्षणिक संस्थानों से किया समझौता

जीबीयू के शैक्षणिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए भारत और विदेश की कई शैक्षणिक संस्थानों और उद्योगों के साथ समझौता किया है जिनमें प्रमुख संस्थानों में वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रेलिया, डोंगगुक यूनिवर्सिटी और डोंगगुक यूनिवर्सिटी वाइज, दक्षिणी कोरिया,जैसेविदेशीविश्वविद्यालयों के अलावा भारतीय संस्थानों में एडुनेट, सीआरसीसी ट्रस्ट, भारत टेस्ट हाउस, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान, नैशनल ऐकडेमिक डिपाजिटोरी, ऐकडेमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स, अखिल भारतीय तकनीकी शिखा परिषद, आदि के साथ समझौता ज्ञापन किया।

अनुसंधान, नवाचार, शिक्षा और क्षमता विकास कार्यक्रम शामिल

राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में निर्धारित अंतःविषय अनुसंधान, नवाचार, शिक्षा और क्षमता विकास कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए, ष्उत्कृष्टता केंद्रष् स्थापित किए गए हैं जो हैं, फोटोनिक्स और नवाचार, रोबोटिक्स, ड्रोन प्रौद्योगिकी, बौद्धिक विकलांगता, भाषाविज्ञान और संस्कृति अध्ययन, हिंदू अध्ययन, वाणिज्य में अध्ययन के लिए केंद्र, संज्ञानात्मक कंप्यूटिंग अनुसंधान, उन्नत कंप्यूटिंग, साइबर सुरक्षा, इत्यादि शामिल हैं।

Full View

Tags:    

Similar News