पांच मोबाइल चोर गिरफ्तार

लूट के सामान ऑनलाइन मार्केट में कितनी आसानी से बेचा जा सकता है;

Update: 2018-05-01 13:46 GMT

नोएडा। लूट के सामान ऑनलाइन मार्केट में कितनी आसानी से बेचा जा सकता है। इसका उदाहरण थाना फेस-3 पुलिस की गिरफ्त में आए 5 बदमाशों ने दिया। बदमाश राह चलते लोगों से मोबाइल लूटते थे।

और उसका फर्जी बिल और कागजात तैयार कर ऑन लाइन मार्केट में बेच डालते थे। इस बाबत पुलिस को गिरफ्तार आरोपियों के पास से 11 एन्ड्रॉयड मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, कैशमेमो, 2 स्कूटी समेत अन्य सामान बरामद किया हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है और गिरोह में शामिल अन्य बदमाशों की तलाश कर रही है। 
पुलिस अधीक्षक नगर अरूण कुमार सिंह ने बताया कि फेस-3 थाना अंतर्गत बढ़ रही स्नैचिंग की घटनाओं के बाद पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान तेज किया।

इस अभियान के तहत सोमवार को लूट, झपटमारी आदि मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इनकी पहचान खोड़ा कॉलोनी गाजियाबाद निवासी मोहित, बबलू, तारीक, आशीष व मो.असलम के रूप में हुई है। पूछताछ के दौरान इन आरोपियों ने बताया कि ये शहर के विभिन्न इलाको से मोबाइल लूटते थे या फिर उसे झपटमारी करते थे। इसके बाद लूटे गए मोबाइल का फर्जी बिल तैयार कर उसे ऑनलाइन मार्केट में बेच डालते थे। इस बाबत आरोपियों ने दर्जनों मोबाइल फोन को ऑनलाइन मार्केट में सेल किया है।

पुलिस को इन आरोपियों के पास से 11 मोबाइल फोन, 2 लैपटॉप, 2 स्कूटी समेत अन्य सामान बरामद हुए हैं। पुलिस बदमाशों से पूछताछ कर रही है और गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। 

इस तरह से बनाता था फर्जी बिल

पुलिस अधीक्षक नगर अरूण कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में से बबलू, तारीक और आशीष राह चल रहे व्यक्तियों से मोबाइल स्नेच करता था। ये बदमाश अक्सर अकेले चल रहे राहगीर को अपना निशाना बनाता था और फिर असलम के साइबर कैफे पर जाकर उसका फर्जी बिल बनाता था। उसके बाद मोबाइल फोन को ऑनलाइन मार्केट में बेच डालता था। इस दौरान आरोपी ग्राहकों को मोबाइल बेचने में अपनी मजबूरी बताता था। 

ऑनलाइन मार्केट बना बदमाशों के लिए साफ्ट मार्केट 

बदमाशों ने लूट के सामानों को ऑनलाइन खपाने का आसान तरीका अपनाया है। जानकारों की माने तो बदमाश लूट के सामान का फर्जी तरीके से कागजात तैयार कर आसानी से ऑनलाइन सेल कर देते हैं। क्योंकि इसमें पुलिस की गिरफ्त में आने का खतरा कम रहता है।

जानकारी के अनुसार बीते दिनों सेक्टर- 58 थाना पुलिस की गिरफ्त में आए कुछ स्नेचर भी लूट के जेवरात को ऑनलाइन सेल करते थे या फिर उस जेवरात को नामी गोल्ड लोन देने वाली कंपनी से लोन लेकर आपस में बांट लेते थे।

Full View

Tags:    

Similar News