पत्रकारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया जाना गलत: उमर

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि पत्रकारों और समालोचकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया जाना गलत है;

Update: 2020-04-22 15:17 GMT

श्रीनगर।  जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि पत्रकारों और समालोचकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया जाना गलत है और इस पर रोक लगायी जानी चाहिए।

श्री अब्दुल्ला ने ट्विटर पर लिखा, “कश्मीर में पत्रकारों और समालोचकों के खिलाफ प्राथमिकी का यह अभियान गलत है और इस पर रोक लगाई जानी चाहिए।” उन्होंने कहा कि इससे साफ पता चलता है कि घाटी में क्या हो रहा है।

उन्होंने कहा, “अगर आपकाे इन लोगों पर आरोप दायर करने पड़ रहे हैं तो साफ है कि कश्मीर में क्या हो रहा है।” पत्रकार जो कुछ भी लिख रहे हैं, उसकी तुलना में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किये जाने से कश्मीर की स्थिति अधिक जाहिर हो रही है।

कश्मीर घाटी में पिछले 48 घंटों के दौरान तीन पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट के जरिए गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप में एक पत्रकार गौहर गिलानी पर कश्मीर में मुकदमा दर्ज किया गया।

दक्षिण भारत के प्रमुख अखबार ‘द हिंदू’ के लिए काम करने वाले वरिष्ठ पत्रकार पीरज़ादा आशिक पर सोमवार को शोपियां में मुठभेड़ के बाद ‘झूठी खबर’ प्रकाशित करने के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ। इससे पहले सोमवार को, कश्मीर की युवा महिला फोटो पत्रकार मसरत ज़हर पर फेसबुक पर राष्ट्र-विरोधी पोस्ट अपलोड कर युवाओं को भड़काने और सार्वजनिक शांति भंग करने के आरोप मेें मुकदमा दर्ज किया गया था।
 

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