किसान अब खेती में ले रहे हैं ड्रोन का लाभ

कृषि में पैदावार बढाने तथा कृषि लागत को कम करने के लिए अब ड्रोन के माध्यम से अति उच्च क्षमता के कैमरों का उपयोग किया जा रहा है;

Update: 2017-10-22 22:33 GMT

नई दिल्ली। कृषि में पैदावार बढाने तथा कृषि लागत को कम करने के लिए अब ड्रोन के माध्यम से अति उच्च क्षमता के कैमरों का उपयोग किया जा रहा है जिससे प्रकाश की अलग तरंगों को दर्शाने वाले उच्च गुणवत्ता की तस्वीरें ली जा रही हैं जिससे समय से काफी पहले ही फसलों में होने वाली बीमारियों , कीड़ों के हमलों, सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी आदि का पता लगा लिया जाता है ।

इस आधुनिक तकनीक के माध्यम से समय से पहले फसलों और जमीन की स्थिति की सटीक जानकारी किसानों को मिल जाती है जिससे वे जितनी जरुरत है, ठीक उसी अनुपात में उर्वरक तथा रसायनों का उपयोग करते हैं ।

इससे उर्वरकों और रसायनों के उपयोग पर खर्च की जाने वाली राशि में 50 प्रतिशत तक की बचत होती है । कीट और बीमारियों से फसलों के उत्पादन में 20 प्रतिशत तक की कमी होती है जिसे भी कम किया जा सकेगा तथा फसलों के पूरी तरह से पक कर तैयार होने के पूर्व ही कटाई करने से होने वाले नुकसान से भी बचा जा सकेगा ।

एरोनोटिकल इंजीनियरिंग करने के बाद राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन संस्थान हैदराबाद के सहयोग से स्टार्टअप कंपनी शुरु करने वाले अमनदी पंवार ने बताया कि बड़े किसानों तथा सहकारी समितियों के माध्यम से खेती करने वाले संस्थान इस आधुनिक सूचना प्रौद्योगिकी

सेवा का लाभ ले रहे हैं जिसमें उन्हें कृषि विशेषज्ञ समस्याओं का समाधान भी बताते हैं ।

Full View

Tags:    

Similar News