मप्र : सिवनी में किसान बाघ के डर से नहीं जा रहे खेत

​​​​​​​मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के जंगल में बाघ की बढ़ी गतिविधियों ने ग्रामीणों की जिंदगी पर असर डाला है;

Update: 2019-06-06 16:04 GMT

सिवनी। मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के जंगल में बाघ की बढ़ी गतिविधियों ने ग्रामीणों की जिंदगी पर असर डाला है। अब तो किसान खेत तक पर जाने से डरने लगे हैं। वन विभाग द्वारा बाघ को पकड़ने का अभियान तेज कर दिया गया है।

वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, दक्षिण वन क्षेत्र के कुरई परिक्षेत्र के परासपानी गांव के आसपास के जंगल में बाघ की सक्रियता बढ़ी है। उसने बीते चार दिनों में दो लोगों ग्रामीण पंचम गाजबे और बिजली विभाग का कर्मचारी यशवंत बिसेन पर हमला किया था। इसके बाद से ग्रामीण दहशत में हैं। 

ग्रामीणों ने बताया कि बाघ को जंगल में देखे जाने के बाद से वे खेतों पर नहीं जा रहे हैं। फसल की सिंचाई और अन्य कार्य रुके पड़े हैं। हेमराज गहने का कहना है कि बाघ की सक्रियता के बाद से मवेशियों को जंगल में चरने को नहीं भेज रहे हैं। उन्हें डर है कि कहीं बाघ मवेशियों को भी अपना शिकार न बना ले। 

वन विभाग के रुखड़ क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी (एसडीओ) राकेश कोड़ोपे ने संवाददाताओं को बताया कि बाघ पर वन विभाग का अमला नजर रखे हुए है। उसे पकड़ने के लिए जरूरत पड़ी तो पिंजरा लगाया जाएगा। इस प्रयास में सफलता न मिलने पर हाथियों की मदद से बाघ को घेरकर बेहोश कर पकड़ने की कोशिश होगी। 

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