शहर की बिजली व्यवस्था चरमराई
शहर में बिजली व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है;
अम्बिकापुर। शहर में बिजली व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। मुख्यमंत्री की विकास यात्रा भी हो गई लेकिन समस्या जस की तस है। अमित शाह सहित रमन सिंह की पूरी सरकार रविवार और सोमवार 10 बजे तक शहर में थी और इस दौरान भी बिजली की आंख-मिचौली जारी रही। कहीं हाई टेंशन तो कहीं एलटी लाइन टूटने से कई इलाकों में घंटों बिजली गुल रही।
शहर में पिछले डेढ़ माह से इसी तरह की स्थिति है। बिजली विभाग के सब स्टेशनों के रिकार्ड बता रहे हैं कि रोज 8 से 10 बार बिजली ट्रिप हो रही है। सिर्फ नमनाकला सब स्टेषन में 10 दिनों में 74 बार लाइन ट्रिप हुई है। इधर एलटी लाइन, हाईं टेंशन तार टूटने की रोज कहीं न कहीं समस्या आ रही है।
फ्यूज काल की रोज 20 से 25 षिकायतें है। अधिकारी दलील दे रहे है कि चिडिया, छिपकली और गुब्बारे फंसने से भी इस तरह की समस्या हो रही है। अमित शाह के रोड शो वाले मार्गो में गुब्बारें से पूरी सड़क में सजाई गई थी। महामाया चौक के पास गुब्बारा लाइन में फंसने से शार्ट सर्किट हुआ और बिजली बंद हो गई।
बौरीपारा इलाके में अल्का इंडस्ट्रीज के पास चिडिया जबकि मनेद्रगढ़ मार्ग में छिपकली फंसने से इसी तरह से कई जगह फाल्ट आने की बात बताई गई है। कुछ माह पूर्व गांधीनगर इलाके में तार में सांप फंस गया था, जिससे घंटों बाद फाल्ट का पता चला था।
कई क्षेत्रों में बंद रही बिजली
मुख्यमंत्री शहर में थे और रात से ही कई क्षेत्रों में बिजली बंद हो गई। 12 बजे के बाद नमना सब स्टेषन के फीडर में लाइन ट्रिप होने से बिजली नहीं आई। रातभर कई क्षेत्रों में बिजली बंद हो गई सुबह भी इन क्षेत्रो में बिजली नहीं आई। दोपहर साढे 12 बजे पुराने बस स्टैंड से लगे बाबूपारा इलाके में ढाई घंटे बिजली बंद रही।
दो घंटे बाद पता लगा कि वीरेद्र प्रभा होटल के पास लाइन में स्पार्क होने से फाल्ट आया था। मठपारा में हाई टेंषन तार टूटने से 4 घंटे तक बिजली बंद रही।
33 करोड़ की योजना और उपकरण ठीक नहीं लगे
शहर में 5 साल पूर्व शहरी विद्युतीकरण योजना के तहत 33 करोड़ खर्च किए थे। इससे पुराने खंभे, तार से लेकर ट्रांसफॉर्मर बदले थे लेकिन व्यवस्था ठीक होने की बजाय समस्या बढ़ गई। विभाग के लोग ही इस पर सवाल उठाते रहे है कि काम ठीक नहीं हुआ। बाहर की कंपनी को ठेका दिया था और कंपनी अधूरा काम कर भाग गई।
व्यवस्था जल्द नहीं सुधारी तो बरसात में और परेशानी
बिजली व्यवस्था ठीक नहीं हुई तो बरसात में समस्या और बढ़ेगी वे मौसम आंधी पानी से ही पूरी व्यवस्था चरमरा गई है।
ये स्थिति तब है जब मेंटनेंस के नाम पर हर साल लाखों रूपए खर्च किए जा रहे है। किसी क्षेत्र में फाल्ट आने पर लाइन ठीक भी नहीं हो पा रही है कि दूसरे इलाके में नई समस्या खड़ी हो जा रही है।
ननि का आरोप-शार्ट सर्किट रोकने गार्डिंग नहीं
नगर निगम के बिजली विभाग के अधिकारियों ने कहा रोज किसी ने किसी क्षेत्र में शार्ट-सर्किट से समस्या आ रहीं है। रोड लाइट डैमेज हो रहे है। पिछले 3-4 सालों में 30 लाख से अधिक का नुकसान हो चुका है। शार्ट-सर्किट न हो इसके लिए विभाग को कई बार लेटर लिखा पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।