हर साल बिजली बिल में होगी 2.70 लाख की बचत

 द्वारका स्थित शिव भोले कोऑपरेटिव ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी की छत पर 100 किलोवॉट का एक सोलर पावर प्लांट लगाया गया है;

Update: 2018-05-16 15:01 GMT

नई दिल्ली।  द्वारका स्थित शिव भोले कोऑपरेटिव ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी की छत पर 100 किलोवॉट का एक सोलर पावर प्लांट लगाया गया है।

इस प्लांट को सीधे बीएसईएस के ग्रिड से जोड़ दिया गया है और ग्रिड से जोड़ने की वजह से, सौर ऊर्जा से बनने वाली बिजली को भारी-भरकम बैटरियों में स्टोर करने की जरूरत नहीं है अब सीधे सौर ऊर्जा की बिजली बीएसईएस के ग्रिड में जाएगी और वहां से उसे उपभोक्ताओं के इस्तेमाल के लिए सप्लाई किया जाएगा।

सोसाइटी के उपभोक्ताओं को सौर ऊर्जा की यह बिजली, दिल्ली में सप्लाई की जाने वाली ग्रिड की सामान्य बिजली के मुकाबले करीब आधी दर पर मिलेगी। 

वहां के उपभोक्ताओं को इस सोलर प्लांट की बिजली, जेनरेशन आधारित इंसेंटिव को मिलाकर, करीब 2.60 रूपए प्रति यूनिट की दर पर मिलेगी, जो कि दिल्ली में सप्लाई की जाने वाली ग्रिड की बिजली के मुकाबले लगभग 2.40 रुपए  कम है। इस सोलर प्लांट से शिव भोले सोसाइटी के बिजली बिल में सालाना 2.70 लाख रुपये की बचत होगी। इस सोसाइटी में 60 फ्लैट हैं। इस हिसाब से, हर फ्लैट को बिजली बिल के रूप में सालाना 4500 रूपये की बचत होगी।

साथ ही, इससे प्रति व्यक्ति कार्बन उत्सर्जन में भी भारी कमी आएगी। द्वारका का यह सौर ऊर्जा प्लांट, बीएसईएस की सोलर सिटी पहल का एक हिस्सा है। बीआरपीएल ने यह पहल, भारत-जर्मन सोलर साझेदारी प्रोजेक्ट के तहत जीआईजेड इंडिया के साथ मिलकर शुरू की है। ग्रीन रिपल्स प्राइवेट लिमिटेड ने रेस्को बिजनेस मॉडल के तहत इस सोसाइटी पर सोलर प्लांट लगाया है। कंपनी के भारत डिविजन के प्रमुख डॉ. वुल्फ्रैम क्लेन ने आज एक सादे समारोह में इस सौर ऊर्जा प्लांट का उद्घाटन किया।

इस मौके पर बीआरपीएल के सीईओ अमल सिन्हा और नई दिल्ली में जर्मन एम्बेसी में इकनॉमिक कोऑपरेशन एंड डेवलपमेंट की प्रमुख सुसैन डोरासिल भी उपस्थित थे। सिन्हा ने कहा कि द्वारका में कम से कम 2.5 मेगवॉट का सोलर पावर प्लांट लगाया जाए। यह साफ  है कि सोलर और अन्य हरित ऊर्जा आने वाले समय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। हम सामने से इस बदलाव का नेतृत्व करना चाहते हैं। सोसाइटी के अध्यक्ष अनंत कुमार ने सभी का आभार जताया। 

Full View

Tags:    

Similar News