मुलायम युग का अंत
समाजवादी पार्टी (सपा) की कमान एक बार फिर सर्वसम्मति से अखिलेश यादव के हाथों में जाने के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीतिक में अहम स्थान रखने वाले दल में मुलायम युग का फिलहाल अंत हो गया;
आगरा। समाजवादी पार्टी (सपा) की कमान एक बार फिर सर्वसम्मति से अखिलेश यादव के हाथों में जाने के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीतिक में अहम स्थान रखने वाले दल में मुलायम युग का फिलहाल अंत हो गया।
पार्टी के एक दिवसीय राष्ट्रीय प्रतिनिधि सम्मेलन में श्री अखिलेश यादव को आज पूर्वान्ह अध्यक्ष चुना गया है। उनका कार्यकाल पांच वर्ष होगा।
इससे पहले गत एक जनवरी को सपा के आपात सम्मेलन में श्री मुलायम सिंह यादव को हटाकर श्री अखिलेश यादव को अध्यक्ष चुन लिया गया था।
वर्ष 1992 के नवम्बर में उदय हुयी सपा में वर्ष 2016 तक श्री मुलायम सिंह यादव का आदेश ही पत्थर की लकीर होता था। पार्टी के हर छोटे बड़े नेता के लिये उनकी कही एक एक बात अमिट वाक्य की माफिक होती थी।
हालांकि इस बीच परिस्थितियां बदली और 2017 के पहले ही दिन उन्हे हटा दिया गया। तभी से तमाम उतार चढाव आए, लगने लगा कि कमान उनके पास फिर आ सकती है, लेकिन मुलायम की गैर मौजूदगी में अखिलेश के दोबारा अध्यक्ष बन जाने के बाद अब मुलायम युग का फिलहाल अंत और नए युग की शुरूआत मानी जा रही है।
आगरा के सम्मेलन में श्री मुलायम सिंह यादव के आने का कार्यक्रम बताया जा रहा था, लेकिन अंतिम समय में उनका कार्यक्रम निरस्त हो गया। पार्टी के नव निर्वाचित अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने कहा कि नेताजी से उनकी सुबह भी बात हुई थी।
मैनें उनसे कहा था कि सम्मेलन बड़ा है। आपका आशीर्वाद नहीं होगा, तो पार्टी आगे नहीं बढेगी। उनका दावा था कि नेताजी ने हम सभी को फोन पर आशीर्वाद दिया है। किरणमय नंदा को भी उन्होने आशीर्वाद दिया है।