बोर्ड परीक्षा नकल विहीन कराने की तैयारी में जुटा शिक्षा विभाग
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने सत्र 2017-18 की बोर्ड परीक्षा नकल विहीन कराने की तैयारी शुरू कर दी है;
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने सत्र 2017-18 की बोर्ड परीक्षा नकल विहीन कराने की तैयारी शुरू कर दी है। परिषद ऑनलाइन केंद्र निर्धारण करने के लिए एक से दूसरे विद्यालय की लोकेशन बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करेगा। इसे मोबाइल एप के जरिए दो स्कूलों के बीच की दूरी को आसानी से नापा जा सकेगा। स्कूलों के बीच की पारस्परिक दूरी निर्धारित करने के लिए परिषद की ओर से एक मोबाइल एप तैयार किया गया है।
मोबाइल एप बोर्ड की यूपीएमएसपी डॉट इडीयू डॉट इन वेबसाइट पर अपलोड है। विद्यालयों की लोकेशन के लिए सभी प्रधानाचार्यों को अपने स्मार्ट मोबाइल फोन पर एप अपलोड करनी होगी। प्रधानाचार्य अपने मोबाइल पर एप चलाकर स्कूल के बीच जैसे ही खड़े होंगे, वैसे ही स्कूल का अक्षांश व देशांतर स्वतरू ही परिषद की वेबसाइट पर अपलोड हो जाएगा। इसके बाद बोर्ड के अधिकारी इसे फर्म को देंगे, जहां ऑनलाइन केंद्र का निर्धारण किया जाएगा। नकल पर नकेल माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्र बनाने की प्रक्रिया में बड़ा खेल होता है। ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों के निर्धारण से परीक्षा में दागियों को केंद्र बनाने का अवसर नहीं मिल पाएगा। सॉफ्टवेयर की मदद से ऐसे स्कूलों को सूची से पहले ही बाहर कर दिया जाएगा।
इस प्रक्रिया में जिला स्तर पर ये नहीं पता होगा कि किस स्कूल को केंद्र बनाया जाएगा और किसका केंद्र कहां जा रहा है। सॉफ्टवेयर के माध्यम से निर्धारित केंद्रों पर आसपास के स्कूलों को दूरी के मुताबिक केंद्र परीक्षार्थियों को आवंटित कर दिए जाएंगे। जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि परीक्षा केंद्रों के ऑनलाइन निर्धारण का आदेश उच्च न्यायालय ने दिया है।
इसके बाद शासन से मिले निर्देश को अमल में लाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसलिए सभी स्कूल प्रधानाचार्यों को स्कूल में बुनियादी सुविधाएं की पूरी जानकारी परिषद की वेबसाइट पर अपलोड करने को कहा गया है। यह प्रक्रिया अभी से इसीलिए शुरू की गई है। इससे साल 2018 की बोर्ड परीक्षा के लिए ऑनलाइन परीक्षा केंद्र निर्धारण में आने वाली कमियों को भी दूर किया जा सके।