दोनों कोविड लहरों के दौरान 1 तिहाई लोगों ने मोदी के लॉकडाउन संबंधी फैसलों का किया समर्थन

ऐसे समय में जब कोविड-19 महामारी और इसके दुष्परिणाम पूरे भारत के लोगों के जीवन पर भारी पड़ रहे हैं;

Update: 2021-05-30 02:46 GMT

नई दिल्ली। ऐसे समय में जब कोविड-19 महामारी और इसके दुष्परिणाम पूरे भारत के लोगों के जीवन पर भारी पड़ रहे हैं, लगभग एक तिहाई आबादी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो प्रमुख फैसलों का समर्थन किया है। एबीपी-सी वोटर मोदी 2.0 रिपोर्ट कार्ड के अनुसार, पिछले साल कोरोना की पहली लहर के दौरान देशव्यापी लॉकडाउन लागू करना और इस साल चल रही दूसरी लहर के दौरान इसी तरह का देशव्यापी लॉकडाउन लागू नहीं करने के फैसले को लोगों ने सही ठहराया है।

एबीपी-सी वोटर सर्वे के मुताबिक, 68.4 प्रतिशत उत्तरदाताओं को लगता है कि पिछले साल देशव्यापी लॉकडाउन का मोदी सरकार का फैसला सही था, जबकि 53.4 प्रतिशत लोगों ने कहा कि इस साल देशव्यापी लॉकडाउन लागू नहीं करना प्रधानमंत्री द्वारा लिया गया सही फैसला है।

यह सर्वे 23 मई से 27 मई के बीच देशभर में 12,070 लोगों के बीच किया गया है।

सर्वे के दौरान यह पूछे जाने पर कि क्या आपको लगता है कि पिछले साल देशव्यापी लॉकडाउन लगाना एक सही निर्णय था, 68.4 प्रतिशत लोगों का जवाब हां में देखने को मिला। वहीं 22.5 प्रतिशत लोगों कहा देशव्यापी लॉकडाउन नहीं लगाया जाना चाहिए था। इसके अलावा 9.1 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वह इस पर कुछ नहीं कह सकते।

शहरी क्षेत्रों के 75 प्रतिशत से अधिक लोगों और ग्रामीण क्षेत्रों के 65.2 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने पिछले साल देशव्यापी लॉकडाउन के निर्णय का समर्थन किया।

यह पूछे जाने पर कि क्या आपको लगता है कि इस साल देशव्यापी लॉकडाउन लागू नहीं करना मोदी सरकार का सही निर्णय है, 53.4 प्रतिशत लोगों ने कहा कि हां यह सही फैसला है। जबकि 33.1 प्रतिशत लोगों ने इस फैसले को गलत बताया। इसके अलावा सर्वे में शामिल 13.5 प्रतिशत ने कहा कि वह इस पर कुछ नहीं कह सकते।

इनमें से 56.9 प्रतिशत शहरी और 51.9 प्रतिशत ग्रामीण इलाकों से संबंध रखने वाले लोग थे, जिन्होंने कहा कि मोदी सरकार का इस साल लॉकडाउन नहीं लगाने का फैसला सही है।
 

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