लकवाग्रस्त बेटे का इलाज कराते कर्ज में डूबा परिवार, घर बेचने की नौबत
एक परिवार के कमाऊ पुत्र लकवाग्रस्त हो जाने से परिवार पर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा;
खाट पर लिटाकर जनदर्शन में पहुंचे परिजन, खर्च हो चुके हैं18 लाख
कोरबा। एक परिवार के कमाऊ पुत्र लकवाग्रस्त हो जाने से परिवार पर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा है। उसके इलाज में वृद्ध पिता ने अपनी सारी जमा पूंजी खर्च कर दी। ईलाज में करीब 18 लाख रूपए खर्च करने के बाद अब परिवार पर कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है। आगे और ईलाज करा पाने में अक्षम महसूस कर रहे परिवार ने जनदर्शन में मदद की गुहार लगाई है।
जानकारी के अनुसार बालको क्षेत्र अंतर्गत परसाभाठा निवासी महादेवदास पिता स्व. सोना दास हाजिरी मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता है। 18 दिसंबर 2016 को परिवार पर दु:खों का पहाड़ तब टूट पड़ा जब घर के खर्चे में पिता का हाथ बंटाने वाला कमाऊ पुत्र नहाते समय फिसलकर गिर जाने के बाद से लकवाग्रस्त हो गया। उसके गर्दन की नस दब जाने के कारण वह जिंदा लाश की तरह लगभग 1 साल से भी अधिक समय से खाट पकड़े हुए है।
महादेव दास ने बताया कि पुत्र के इलाज और स्वस्थ होने की उम्मीद में जमीन व पत्नी के गहने-जेवर बेचकर 18 लाख रुपए खर्च कर चुका है। खुद की पूंजी के अलावा लोगों से 10 लाख रुपए का कर्ज भी यह परिवार ले चुका है। अब मकान बेचने की नौबत आ गई है। पीड़ित परिवार ने विकास यात्रा के दौरान सीएम डॉ. रमन सिंह से भी गुहार लगाई थी।
कलेक्टर से भी मदद मांगी गई थी, लेकिन आर्थिक मदद नहीं मिलने से निराश महादेव दास अपनी बहू व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ लाचार पुत्र को खाट पर लिटाकर कलेक्ट्रेट पहुंचा। पीड़ित परिवार ने पुत्र को किसी बड़े प्राईवेट अस्पताल में भर्ती कराकर ईलाज कराने की गुहार शासन-प्रशासन से की है।