क्या अब मप्र में मंत्री भी असुरक्षित हो गए : कांग्रेस
मध्यप्रदेश सरकार के तीन मंत्रियों ने जब विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरण शर्मा को ज्ञापन देकर विधानसभा सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता किए जाने की मांग की;
भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार के तीन मंत्रियों ने जब विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरण शर्मा को ज्ञापन देकर विधानसभा सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता किए जाने की मांग की, तब नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने चुटकी लेते हुए कहा, 'क्या राज्य की कानून व्यवस्था इस स्थिति में पहुंच गई है कि अब मंत्री और विधायक भी असुरक्षित हो गए?' नेता प्रतिपक्ष सिंह ने रविवार को अपने आवास पर संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा, "राज्य की कानून व्यवस्था का यह हाल है कि किसान, महिलाएं, कर्मचारी, अधिकारी तो पहले से ही सुरक्षित नहीं हैं और अब तीन मंत्रियों ने एक ज्ञापन देकर बता दिया है कि राज्य में मंत्री और विधायक भी सुरक्षित नहीं हैं, यह स्थिति चिंताजनक है।"
उन्होंने पूर्व में दिए गए अपने बयान का जिक्र करते हुए कहा, "मैंने विधानसभा में अप्रिय स्थिति निर्मित होने की बात इस परिप्रेक्ष्य में कही थी कि अगर चुनाव आयोग द्वारा अयोग्य घोषित व्यक्ति विधानसभा में बैठे तो क्या यह अप्रिय नहीं है, यह संवैधानिक संकट नहीं होगा, यह मर्यादा के खिलाफ नहीं है, भाजपा के लोग इस बात से निश्चिंत रहें कि कोई फसाद होने वाला है।"
दरअसल, सरकार के मंत्री नरोत्तम मिश्रा को निर्वाचन आयोग ने वर्ष 2008 के चुनाव में पेड न्यूज और खर्च का सही ब्योरा न देने पर प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार राजेंद्र भारती की वर्ष 2009 की शिकायत पर 23 जून को अयोग्य घोषित करते हुए तीन साल तक के लिए चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी थी। मिश्रा को अभी तक मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय और दिल्ली उच्च न्यायालय से कोई राहत नहीं मिली है।
मिश्रा सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव में मतदान नहीं कर सकेंगे और विधानसभा में भी नहीं बैठ पाएंगे।
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मिश्रा से तुरंत इस्तीफा ले लेना चाहिए, वे ऐसा न करके अपना ही नियम-कानून चला रहे हैं।
जब उनसे पूछा गया कि क्या वजह है कि मिश्रा से इस्तीफा नहीं लिया जा रहा है, इस पर उनका जवाब था कि कुछ तो मिश्रा के पास ऐसा होगा, जिसके चलते मुख्यमंत्री उनसे इस्तीफा नहीं ले पा रहे हैं।