सगी बहनों को भगा ले जाने वाले आरोपियों पर कार्रवाई नहीं

 आदिवासी परिवार की दो सगी बहनों को भगाकर ले जाने वाले आरोपियों पर कोटा पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है;

Update: 2017-09-25 12:26 GMT

बिलासपुर।  आदिवासी परिवार की दो सगी बहनों को भगाकर ले जाने वाले आरोपियों पर कोटा पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उल्टा आरोपियों के परिवार द्वारा पीड़ित महिला को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। आज पीड़ित महिला ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर एस पी मयंक श्रीवास्तव को ज्ञापन सौपते आरोपियों पर अपराध दर्ज करने की मांग की है।

महिला ने यह भी बताया कि एक पुत्री उसकी नाबालिग है। एसपी ने महिला को कार्रवाई का आश्वासन दिया है। कोटा थाना क्षेत्र करगीखुर्द में रहने वाली श्रीमती संतोषी भैना पति बद्री प्रसाद ने बताया कि वह वर्तमान में सकरी नगर पंचायत के वार्ड क्रमांम 2 बंधवापारा में अस्थाई तौर पर निवास कर रही है। महिला ने बताया उसकी दो पुत्री एक 18 वर्षीय और एक 17 वर्षीय जो रक्षाबंधन पर्व मनाने के लिए उनके मूल गांव करगीखुर्द गई हुई थी। 12 सितम्बर को दोनों बहनें नानी के घर बेलगहना जाने के लिए निकली थी लेकिन दोनों बहनें वहां नहीं पहुंची। परिवार के लोग गायब बहनों की तलाश रिश्तेदारों के यहां की लेकिन उनका पता नहीं चला।

इस बीच गांव के लोगों ने बताया कि जिस दिन से दोनों बहनें लापता हुई हैं उसी दिन से पड़ोस में रहने वाले दो युवक शिवा ढोलिया और तमेश ढोलिया भी गायब है। 

पीड़ित महिला को पता लगते ही वह 16 सितम्बर को कोटा थाना पहुंची और गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया। कोटा पुलिस ने उसकी बालिग बेटी और शिवा ढोलिया को पकड़कर थाना ले आई लेकिन नाबालिग बेटी और तमेश ढोलिया के संबंध में कोई दी गई। उसके बाद से लगातार ढोलिया परिवार के द्वारा महिला को धमकी दी जा रही है कि उसकी दोनों लड़कियों और उसे जान से मार दिया जाएगा।

महिला ने यह भी बताया कि गांव में रहने वाला श्रवण निर्मलकर ने ही उसकी दोनों बेटियों को भगाने में मदद की है। पुलिस अधीक्षक ने ज्ञापन लेकर कार्रवाई करने का महिला को भरोसा दियाया है।

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