'हुक्काबारों पर पाबंदी में दिल्ली सरकार की भूमिका नहीं'
राजधानी हुक्का बार बंद करवाने के लिए अब श्रेय लेने की लड़ाई शुरूहो गई है;
नई दिल्ली। राजधानी हुक्का बार बंद करवाने के लिए अब श्रेय लेने की लड़ाई शुरूहो गई है। आज भाजपा सांसद मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने राजधानी में हुक्का बारों पर पाबंदी लाने में कोई भूमिका नहीं निभाई और अब इसकी लीडरशिप दिल्ली के लोगों को गुमराह करना चाहती है। आप सरकार लोगों को जवाबदेह है कि ढाई साल बाद वह इसे क्यों उठा रही और यह समय राष्ट्रीय राजधानी के नौजवानों को हुक्का बारों का प्रयोग करने के लिए बर्बाद क्यों किया गया। उन्होंने यह भी सवाल किया कि इस अरसे दौरान नौजवानों को जो आदत हुक्का पीने की लगी उस के लिए कौन जिम्मेदार है।
भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा व सिरसा ने बताया कि 23 मई 2017 को भारत सरकार के सेहत मंत्रालय की तरफ से हुक्का पीने पर पाबंदी के हुक्म जारी किए गए थे। उन्होंने बताया कि 17 जुलाई 2017 को श्री सिरसा ने दिल्ली के उप राज्यपाल के साथ मुलाकात करके दिल्ली में भारत सरकार के यह हुक्म लागू किए जाने की मांग की थी और इस उपरांत 21 जुलाई 2017 को स्टेट टबैको कंट्रोल विभाग की तरफ से दिल्ली में हुक्का बारों पर पाबंदी का हुक्म जारी किया गया था। इस बाद में उप राज्यपाल के कहने पर जारी इन हुक्मों की कापियों सिरसा और उन की टीम ने दिल्ली के एसएचओ को सौंपी जिससे राष्ट्रीय राजधानी में हुक्का बारज पर पाबंदी के हुक्म लागू किए जा सकें।