दिग्विजय सिंह का कथित फर्जी लेटरहेड सोशल मीडिया में वायरल
पार्टी के सभी पदों से इस्तीफे का जिक्र , कांग्रेस ने की शिकायत;
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के 144 उम्मीदवारों की सूची रविवार को पार्टी ने जारी कर दी है। इस सूची के साथ ही राज्यसभा सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के लेटरहेड से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखा एक कथित फर्जी पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो गया। पत्र में कांग्रेस की प्राथमिकता सदस्यता से इस्तीफा देने का जिक्र किया गया है। इस पत्र को भाजपा प्रवक्ता हितेश वाजपेयी ने सोशल मीडिया पर जारी किया है।
पत्र के जारी होते ही कांग्रेस ने इसे फर्जी बताते हुए वाजपेयी की शिकायत डीसीपी सायबर सेल में की है। दरअसल कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची जारी होने के बाद वायरल पत्र में अपनी भेजी सूची पर विचार न करने एवं पार्टी आधारित होने के स्थान पर व्यक्ति आधारित फैसले होने से आहत होने के बाद पार्टी छोड़ने का ज़िक्र किया गया है। कांग्रेस ने इसे पूरी तरह फर्जी बताया है। वायरल पत्र पर पूर्व सीएम दिग्विजय ने आखरी सांस तक कांग्रेस कार्यकर्ता होने की बात कही है।
वाजपेयी की हुई शिकायत , कार्यवाही की मांग
कांग्रेस ने पुलिस में की शिकायत में लिखा है कि पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का लेटरहेड बनाकर उनके फर्जी हस्ताक्षर कर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे को संबोधित करते हुए कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से त्याग पत्र देने के संबंध में कूट रचित पत्र सोशल मीडिया पर वायरल एक की छवि को धूमिल करने के उद्देश्य से भाजपा के प्रवक्ता डॉ. हितेश बाजपेयी द्वारा अपने ट्यूटर हेण्डल से वायरल कर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय नेता की कांग्रेस पार्टी के प्रति वर्षों से निष्ठा को बदनाम करने का षड्यंत्र कर घोर आपराधिक कृत्य किया है। मप्र में विधानसभा चुनाव में अपनी पराजय को देखते हुए भाजपा इस तरह से बौखला गई है कि वह इस तरह की ओछी राजनीति करने पर आमादा हो गई है, लेकिन झूठ के पैर ज्यादा लंबे नहीं होते हैं और भाजपा द्वारा इस की मानसिकता से उनके मंसूबे पूरे नहीं होंगे। दिग्विजय सिंह जी को बदनाम करने के संबंध में कूटरचित दस्तावेज तैयार करना प्रौद्योगिकी अधिनियम के अंतर्गत गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है, इसलिए डॉ. हितेश बाजपेयी के विरूद्व सूचना एवं प्रौद्योगिकी अधिनिमय की धारा 66 के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर तत्काल कार्यवाही की जाये।
विधानसभा चुनाव में सुनिश्चित हार से बौखलाकर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री के इस्तीफे के रूप में एक फर्जी पत्र वायरल किया जो कि सरासर झूठा व भ्रामक है। दिग्विजय सिंह जी सिद्धांतों के पक्के हैं वे किसी भी कीमत में अपनी पार्टी का दामन छोड़ने का सोच भी नही सकते।