कोडिंग से छेड़छाड़ की पक्की संभावना होती है: दिग्विजय

 कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने रविवार को आरोप लगाया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के साथ तैनाती से पहले भी छेड़छाड़ की जा सकती है;

Update: 2017-04-16 16:24 GMT

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने रविवार को आरोप लगाया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के साथ तैनाती से पहले भी छेड़छाड़ की जा सकती है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि चुनाव आयोग ईवीएम से संबंधित आपत्तियों को हैंकिंग तक सीमित कर रहा है। इसे सर्वर से जोड़े जाने के स्तर पर इसके सॉफ्टवेयर के साथ छेड़छाड़ की संभावना की जांच की जानी चाहिए।

EC must devise a way of supervision by Political Parties at the of coding software to EVM. Like it does at subsequent stages. Would they ?

— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 16, 2017

उन्होंने कहा, "सॉफ्टवेयर लेखन के स्तर पर कोडिग से छेड़छाड़ की पक्की संभावना होती है, इसका मतलब है कि ईवीएम से पहले ही छेड़छाड़ हो सकती है, इसलिए हैकिंग की जरूरत नहीं है।"

EC limiting objections to EVM to hacking. It must allow examination of possibility of software tampering at stage of writing it from server

— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 16, 2017

उन्होंने कहा, "निर्वाचन आयोग को ईवीएम में सॉफ्टवेयर कोडिंग के समय राजनीतिक दलों के पर्यवेक्षण का तरीका निकाला जाना चाहिए। जैसा कि बाद के चरणों के लिए किया जाता है।" 
 

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