हर जिले में कैंसर के उपचार की सुविधा की मांग
जानलेवा बीमारी कैंसर को देश में बड़ी चुनौती करार देते हुए राज्यसभा में आज सदस्यों ने हर जिले में इसका सस्ता और बेहतर उपचार मुहैया कराने की मांग की;
नई दिल्ली । जानलेवा बीमारी कैंसर को देश में बड़ी चुनौती करार देते हुए राज्यसभा में आज सदस्यों ने हर जिले में इसका सस्ता और बेहतर उपचार मुहैया कराने की मांग की।
सदस्यों ने खाद्य पदार्थों में मिलावट और फसलों में हानिकारक कीटनाशकों के इस्तेमाल पर भी रोक लगाने की मांग की।
समाजवादी पार्टी के विश्म्भर प्रसाद निषाद ने कैंसर के सस्ते और प्रभावी उपचार के बारे में सदन में अल्पकालिक चर्चा की शुरूआत करते हुए कहा कि देश में कैंसर के उपचार की सीमित सुविधा है और वह भी बहुत महंगी है। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि जिस रफ्तार से कैंसर के रोगियों की संख्या बढ रही है उससे देश की आधी आबादी कैंसर की चपेट में आ जायेगी। कैंसर के उपचार की दवाओं को देश में ही बनाये जाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इससे इनकी कीमत में कुछ कमी आयेगी। उन्होंने कहा कि गरीबों को निशुल्क उपचार दिये जाने की मांग की।
भारतीय जनता पार्टी के विकास महात्मे ने कहा कि सरकार को जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को बताना चाहिए कि यदि समय पर पता चल जाये तो कैंसर लाइलाज नहीं है। नीम हकीमों से दूर रहने की सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि चिकित्सकीय और वैज्ञानिक दृष्टि से मान्यता प्राप्त विधि से उपचार कराने के बारे में लोगों को बताया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को एहतियाती कदम जैसे महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के लिए टीकाकरण और ब्रेस्ट कैंसर की जांच के लिए भी जागरूकता फैलानी चाहिए और सभी जिला अस्पतालों में कैंसर की जांच की सुविधा होनी चाहिए।
अन्नाद्रमुक के ए के सेलवराज ने कहा कि यदि कैंसर का सही समय पर पता चल जाये तो उसका इलाज हो सकता है इसलिए सभी जिला अस्पतालों में कैंसर जांच की सुविधा होनी चाहिए। उन्हाेंने कहा कि कैंसर के लिए भी एड्स की तरह जागरूकता अभियान चलाये जाने की जरूरत है। स्कूल और कालेजों में इस पर विशेष जाेर दिये जाने की जरूरत है।
बीजू जनता दल के प्रसन्ना आचार्य ने कहा कि कैंसर के गंभीर वित्तीय परिणाम होते हैं । इससे पीड़ित को तो वित्तीय नुकसान होता ही है , देश की अर्थव्यवस्था पर भी इसका बोझ पड़ता है। उन्होंने कहा कि अध्ययन कराकर देश में उन क्षेत्रों की पहचान की जानी चाहिए जहां कैंसर के मामले सबसे अधिक होते हैं। सदस्य ने कहा कि राज्य सरकार की मदद से केन्द्र को हर जिले में कैंसर जांच और उपचार अस्पताल बनाना चाहिए।
जनता दल यू के रामनाथ ठाकुर ने कहा कि रोगी को कैंसर के उपचार के लिए गांव से जिला, जिले से राज्य और वहां से दिल्ली आना पड़ता है। रोगी को जिले में ही उपचार मिले इसके लिए हर जिले में कैंसर विशेषज्ञ की नियुक्ति होनी चाहिए और वहीं उनका उपचार होना चाहिए।
सभी सदस्यों ने मिलावटी खाद्य पदार्थों को कैंसर का एक कारण बताते हुए इस समस्या से निपटने पर जोर दिया।