रोहिणी का लालू परिवार से अलग होना दुर्भाग्‍यपूर्ण, परिवारवाद से ऊपर रहती है भाजपा : गुलाम अली खटाना

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य के राजनीति छोड़ने और परिवार से दूरी बनाने पर सियासत तेज हो गई है;

Update: 2025-11-18 02:50 GMT

नई दिल्‍ली। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य के राजनीति छोड़ने और परिवार से दूरी बनाने पर सियासत तेज हो गई है। इस मामले को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद गुलाम अली खटाना ने दुर्भाग्‍यपूर्ण बताते हुए महिलाओं के अपमान को निंदनीय बताया है। उन्‍होंने कहा कि भाजपा परिवारवाद से ऊपर रहती है।

रोहिणी ने परिवार के भीतर चल रहे घटनाक्रम पर सार्वजनिक रूप से गहरी पीड़ा व्यक्त की थी।

भाजपा सांसद गुलाम अली खटाना ने कहा कि महिलाओं का अपमान दुर्भाग्‍यपूर्ण है। बहनें पुरुषों से दोगुना काम करती हैं। राजनीतिक दलों में पारिवारिक हस्तक्षेप होता है, जिससे विभिन्न वर्गों को अवसर नहीं मिल पाते। राजनीतिक दलों में परिवारों का ऐसा हस्तक्षेप बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी पारिवारवाद से ऊपर रहती है। भारतीय जनता पार्टी में ऐसी सोच के लिए कोई जगह नहीं है।

वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री संजय न‍िषाद ने रोहिणी आचार्य मामले को लेकर कहा कि जो परिवार नहीं संभाल सकता वह राज्‍य क्‍या संभालेगा। सलाहकार की भूमिका सलाह देना होता है न कि मालिक बन जाना। ऐसे में पार्टी टूटने के कगार पर पहुंच जाती है।

बता दें कि रोहिणी आचार्य ने अपने परिवार पर गाली-गलौज और अपमान का आरोप लगाया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म 'एक्‍स' पर एक पोस्‍ट में लिखा कि उन्हें 'गालियां' दी गईं, उन्हें मारने के लिए चप्पल उठाई गई और अंत में उन्हें घर से निकाल दिया गया।

इससे पहले उन्होंने 'एक्स' पर पोस्ट किया था कि वह राजनीति छोड़ रही हैं और अपने परिवार से नाता तोड़ रही हैं। उन्होंने दावा किया था कि उनका यह फैसला तेजस्वी यादव के करीबी सहयोगी संजय यादव और रमीज के कहने पर आया है।

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