ग्रोवर: नागरिकता पर शक से न सिर्फ़ वोट देने का अधिकार छीना जाएगा, बल्कि देश से बाहर भी किया जाएगा
डेव: उन्हें दिखाना होगा कि स्पीच के अलावा, मैंने कॉन्सपिरेसी के लिए कुछ और भी किया है। स्पीच के लिए मैं 4.5 साल तक कस्टडी में रहा। अब प्रॉसिक्यूशन को दिखाना होगा कि मैंने कॉन्सपिरेसी के लिए और क्या किया। मैं ज़रूर लोगों से मिला होगा, मैंने ज़रूर कुछ किया होगा।
ग्रोवर सवाल करते हैं कि अलग-अलग एन्यूमरेशन फॉर्म क्यों होने चाहिए, जबकि कानून के तहत समरी और इंटेंसिव रिवीजन करने के लिए दूसरे फॉर्म मौजूद हैं।
ग्रोवर: डॉक्यूमेंट्स के नेचर के अलावा, जो खुद ही प्रॉब्लम वाला है....फॉर्म 6...हर फॉर्म को लेजिस्लेटिव मंज़ूरी चाहिए, एन्यूरमेशन और डिक्लेरेशन फॉर्म ECI के बनाए हुए हैं जिनकी कोई कॉन्स्टिट्यूशनल पवित्रता नहीं है।
ग्रोवर: प्रैक्टिकल प्रोसीजर में क्या होता है, कितने लोग छूट जाते हैं? कितनी अपील होती हैं?.....यह कॉन्स्टिट्यूशनल स्कीम के खिलाफ है।
ग्रोवर: शादीशुदा महिलाओं के लिए परिवार की वंशावली लेने के लिए सरपंच के पास जाना प्रैक्टिकल नहीं है, SIR महिलाओं की स्थिति और लोगों के जीवन के अनुभवों में अंतर को ध्यान में नहीं रखता है।
ग्रोवर: 17 लाख से सिर्फ़ 49000 तक आना एक बड़ी गिरावट है, और यह सिर्फ़ 6 महीने के समय में हुआ है।
CJI: इसका कोई खास असर नहीं दिखता
ग्रोवर: 6 महीने में इतनी औरतें शादी नहीं कर पाईं
ग्रोवर: जनवरी 2025 में ECI के समरी रिवीजन में महिलाओं को हटा दिया गया है....इसका जवाब सिर्फ़ SIR हो सकता है।