सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद कांग्रेस का आरोप, कहा- 'राहुल गांधी को संसद में बोलने नहीं दे रहे'
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के 'चीन द्वारा भारत की जमीन पर कब्जा' वाले बयान पर सुप्रीम कोर्ट की कड़ी टिप्पणी को लेकर राजनीति तेज हो गई है;
राहुल गांधी के बयान पर सुप्रीम कोर्ट की कड़ी टिप्पणी
- कांग्रेस का आरोप : राहुल गांधी को संसद में बोलने नहीं दे रहे
- राहुल गांधी के 'चीन द्वारा भारत की जमीन पर कब्जा' बयान पर विवाद
नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के 'चीन द्वारा भारत की जमीन पर कब्जा' वाले बयान पर सुप्रीम कोर्ट की कड़ी टिप्पणी को लेकर राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा कि राहुल गांधी को चीन के मुद्दे पर संसद में बोलने नहीं दिया जा रहा है।
प्रियंका गांधी वाड्रा की प्रतिक्रिया
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा से मीडिया ने सवाल किया। उन्होंने जवाब में कहा, "मैंने अभी तक कोर्ट के बयान को विस्तार से नहीं देखा है। मैं इसे पढ़ने के बाद ही कोई टिप्पणी करूंगी।"
मणिकम टैगोर का बयान: सरकार चीन मुद्दे पर चर्चा से कतरा रही
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा, "लोकसभा में राहुल गांधी को बोलने नहीं दिया जा रहा है। राहुल लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं और संसद की कार्यवाही के 10 दिन बीत जाने के बाद भी सिर्फ उन्हें एक ही दिन बोलने दिया गया है। सरकार चीन और गलवान वैली पर चर्चा नहीं करना चाहती है।"
राजीव शुक्ला: राहुल गांधी सच्चाई पूछ रहे हैं, सरकार नहीं बता रही
कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा, "जहां तक राहुल गांधी का सवाल है, सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। राहुल गांधी भी यही पूछ रहे हैं कि सच्चाई क्या है? वे इस बारे में बताते नहीं हैं और इसलिए ऐसी बातें फैलती हैं।"
तारिक अनवर: राहुल गांधी सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर गौर करेंगे
कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट ने अगर कोई टिप्पणी की है, तो मुझे लगता है कि राहुल गांधी उसको देखेंगे।"
कंगना रनौत का राहुल गांधी पर पलटवार: भारत विरोधी मानसिकता
वहीं, भाजपा सांसद कंगना रनौत ने राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी हमेशा भारत के खिलाफ बोलते हैं। चाहे वह अर्थव्यवस्था पर हो या रक्षा बलों से संबंधित मुद्दा हो, वह हमेशा भारत के खिलाफ बोलते हैं। वह दुश्मन देशों के समर्थन में बोलते हैं। उनकी भारत विरोधी मानसिकता है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा उन्हें फटकार लगाना स्वागत योग्य है। आने वाले समय में अन्य लोगों को ध्यान रखना चाहिए कि वे भारत के सम्मान, अखंडता और मनोबल को ठेस न पहुंचाएं।"