कोविड-19 का बच्चों के टीकाकरण कार्यक्रम पर पड़ रहा असर : यूनीसेफ
बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा आदि के लिए कार्य करने वाले संगठन संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ) के मुताबिक वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के लगातार बढ़ते हुए प्रकोप का असर;
संयुक्त राष्ट्र । बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा आदि के लिए कार्य करने वाले संगठन संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ) के मुताबिक वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के लगातार बढ़ते हुए प्रकोप का असर दुनियाभर में बच्चों के जीवन काे सुरक्षित बनाने के लिए चलाए जाने वाले टीकाकरण कार्यक्रम पर पड़ सकता है।
यूनीसेफ ने शुक्रवार को एक आधिकारिक वक्तव्य जारी कर कोविड-19 के कारण बच्चों के टीकाकरण कार्यक्रम पर पड़ने वाले असर को लेकर आगाह किया है।
वक्तव्य के मुताबिक दुनिया के विभिन्न देशों में बच्चों को खसरा, डिप्थेरिया और पोलियो जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण कार्यक्रम चलाए जाते हैं लेकिन कोविड-19 के बढ़ते हुए संक्रमण के कारण लाखों बच्चे इन जीवन रक्षक टीकों से वंचित हो सकते हैं।
यूनीसेफ की ओर से जारी वक्तव्य के मुताबिक कोविड-19 के कारण कई देशों ने अपने यहां चलाए जाने वाले पोलियो टीकाकरण कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है। इसके अलावा करीब 25 देशों ने कोरोना जैसी आपात स्वास्थ्य चुनौती के मद्देनजर खसरे की रोकथाम के लिए बड़े पैमाने पर चलाए जाने वाले टीकाकरण कार्यक्रम को फिलहाल रोक दिया है।
यूनीसेफ के प्रधान सलाहकार एवं टीकाकरण कार्यक्रम के प्रमुख रोबिन नैंडी ने कहा कि कोविड-19 के कारण बच्चों की सुरक्षा दाव पर लगी हुई है। जैसे-जैसे दुनियाभर में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है उसके कारण बच्चों को खसरा, डिप्थेरिया और पोलियो जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए चलाए जाने वाले टीकाकरण कार्यक्रम बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। इससे लाखों बच्चों की जिंदगी दाव पर लगी हुई है।