हरियाणा में 14 स्थानों पर कोविड-19 अस्पताल
हरियाणा में अलग-अलग स्थानों पर कोरोना वायरस से निपटने के लिए अस्पताल स्थापित किए गए हैं;
नई दिल्ली। हरियाणा में अलग-अलग स्थानों पर कोरोना वायरस से निपटने के लिए अस्पताल स्थापित किए गए हैं। हरियाणा में बनाए गए यह अस्पताल पूरी तरह कोरोनावायरस के उपचार के लिए समर्पित हैं। गुरुवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसकी जानकारी देते हुए कहा, राज्य के 14 स्थानों पर 3000 बेड क्षमता वाले कोविड-19 अस्पताल स्थापित किए गए हैं। हरियाणा के विभिन्न अस्पतालों में फिलहाल यह 3000 बेड रिजर्व रखे गए हैं। यहां कोरोना वायरस के रोगियों के उपचार संबंधी सभी प्रकार की व्यवस्थाएं की गई हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने यह जानकारी गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ की गई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में दी।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री ने सुझाव देते हुए कहा, हालांकि वर्तमान में राज्य में पीपीई किट का पर्याप्त भंडार है और इसके अलावा 2 लाख 50 हजार किट के आर्डर दिए गए हैं, फिर भी इस प्रकार की और अधिक किट को आयात करने के विकल्प पर विचार किया जाना चाहिए।
तेजी से परीक्षण की ओर बढ़ने की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि इंडियन कॉउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) को कोविड-19 का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने के लिए परीक्षण सुविधाओं को और बढ़ाना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गरीबों, किसानों और चिकित्सा पेशे से जुड़े लोगों के लिए 1.70 लाख करोड़ रुपये के विशेष राहत पैकेज की घोषणा करने के लिए धन्यवाद करते हुए उन्होंने केंद्र सरकार से सीसीएल के 4000 करोड़ रुपये के पुनर्भुगतान को स्थगित करने का अनुरोध किया और कहा कि आरबीआई को इस ऋण का भुगतान करना चाहिए।
गौरतलब है कि कोविड-19 को लेकर अभी तक अन्य कई राज्यों की तुलना में हरियाणा में स्थिति नियंत्रण में है। गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ), अन्य सामाजिक संगठन, स्वयंसेवक और राज्य के लोग नॉवेल कोरोना वायरस के खिलाफ अपनी लड़ाई में राज्य सरकार को पूरा समर्थन दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री द्वारा समय-समय पर दिए गए निर्देशों और केंद्र सरकार के अन्य विभागों द्वारा दिए गए दिशानिदेशों का अक्षरक्ष पालन किया जा रहा है। राज्य सरकार ने दवाओं सहित सभी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति श्रृंखला में निरंतरता सुनिश्चित की है। हरियाणा इस बीमारी के सामुदायिक संचरण को नियंत्रित करने में सफल रहा है।