गहरा सकता है बिजली संकट
गर्मी का मौसम आते ही देश में बिजली की खपत बढ़ गई है। लेकिन कोयले की भारी कमी के कारण आने वाले वक्त में बिजली कटौती की आशंकाएं बढ़ गई हैं। देश के कई राज्यों से कोयले की कमी की खबरें सामने आ रही हैं। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब समेत 10 राज्यों में कोयले की कमी के चलते आने वाले समय में बिजली संकट गहरा सकता है।;
गर्मी का मौसम आते ही देश में बिजली की खपत बढ़ गई है। लेकिन कोयले की भारी कमी के कारण आने वाले वक्त में बिजली कटौती की आशंकाएं बढ़ गई हैं। देश के कई राज्यों से कोयले की कमी की खबरें सामने आ रही हैं।
उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब समेत 10 राज्यों में कोयले की कमी के चलते आने वाले समय में बिजली संकट गहरा सकता है। केंद्र सरकार ने भी कोयले की कमी की बात को स्वीकार किया है। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश और पंजाब में कोयले की किल्लत नहीं है। लेकिन राजस्थान, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में कोयले की किल्लत है। दरअसल तमिलनाडु आयात किए कोयले पर निर्भर है। लेकिन पिछले दिनों में आयात वाले कोयले के दाम काफी तेजी से बढ़े हैं। मोदी सरकार ने तमिलनाडु से कहा है कि राज्य आयात वाले कोयले पर निर्भर हैं, तो कोयला आयात कीजिए।वहीं, आंध्र प्रदेश में बिजली संकट गहरा सकता है। राज्य में कोयले का संकट है। क्योंकि रेलवे से कोयला पहुंचाने में देरी हुई है। इसके अलावा राज्य के कोल प्लांट में विस्फोटक की कमी है।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने कहा कि राज्य में यूक्रेन और रूस युद्ध के चलते विस्फोटक की कमी हो गई थी।केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने कहा कि देश में कोयले की मांग तेजी से बढ़ी है। उन्होंने बताया देश में कुल मांग करीब 9 प्रतिशत बढ़ी है। मांग जितनी तेजी से बढ़ी, उतना इससे पहले कभी नहीं बढ़ी। देश में कोयले का रिजर्व कम हुआ है। आरके सिंह ने कहा कि आज से देश का कोयला रिजर्व 9 दिन का बचा है। इससे पहले यह 14 से 15 दिन का हुआ करता था। परेशानी की बात यह है कि सप्लाई उतनी तेजी से नहीं बढ़ सकती है। इन हालात में आने वाले वक्त में देश के कई राज्यों में ऊर्जा का संकट गहरा हो सकता है।