वीर सावरकर पर कांग्रेस की पुस्तिका से ताजा विवाद

वीर सावरकर पर कांग्रेस के सेवा दल द्वारा जारी पुस्तिका पर शुक्रवार को ताजा विवाद पैदा हो गया है;

Update: 2020-01-03 23:10 GMT

मुंबई। वीर सावरकर पर कांग्रेस के सेवा दल द्वारा जारी पुस्तिका पर शुक्रवार को ताजा विवाद पैदा हो गया है। पुस्तिका में कथित रूप से क्रांतिकारी विनायक दामोदर 'वीर' सावरकर और महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे से संबंधित कुछ अपमानजनक टिप्पणी की गई है। सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने कहा है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चाहिए कि वह विवादास्पद संदर्भो को प्रकाशित करने के लिए कांग्रेस पार्टी, उसके पूर्व प्रमुख राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराएं, जबकि मध्य प्रदेश सरकार को किताब पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए।

'वीर सावरकर कितने वीर' और 'आरएसएस और भाजपा कुछ तथ्य और जानकारी' सेवा दल की पुस्तकें हैं, जो सेवा दल के भोपाल में चल रहे प्रशिक्षण शिविर में बांटी जा रही हैं।

अन्य बातों के अलावा, इनमें से एक किताब में दावा किया गया है कि गोडसे और पूर्व में हिंदू महासभा के प्रमुख रहे सावरकर के बीच शारीरिक संबंध थे।

डोमिनिक लीपियर और लैरी कॉलिन्स की पुस्तक, 'फ्रीडम एट मिडनाइट' से एक अंश लेकर पुस्तिका में कहा गया है, "नाथूराम गोडसे के ब्रह्मचारी बनने से पहले सिर्फ एक बार उसके शारीरिक संबंधों का जिक्र मिलता है। ब्रह्मचारी बनने से पहले उसके अपने राजनीतिक गुरु वीर सावरकर के साथ समलैंगिक संबंध थे।"

स्वातं˜यावीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के अध्यक्ष रंजीत सावरकर ने कहा, "राजनीतिक लाभ के लिए कांग्रेस वीर सावरकर और उनकी विरासत पर बार बार हमले करती आई है। लेकिन, हमें उम्मीद नहीं थी कि वे इतने नीचे गिर जाएंगे।"

उन्होंने मांग करते हुए कहा कि मानहानि, आपराधिक साजिश और भारतीय दंड संहिता की अन्य धाराओं के तहत कांग्रेस के नेताओं पर मामला चलना चाहिए। साथ ही पुस्तिका पर प्रतिबंध लगना चाहिए।

रंजीत सावरकर ने कहा कि 'फ्रीडम एट मिडनाइट' से इस बात को प्रकाशकों द्वारा बहुत पहले ही वापस ले लिया गया था।

वीर सावरकर पर एक महीने में दूसरी बार कांग्रेस द्वारा दिए गए ताजा हमले ने शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा)-कांग्रेस के महागठबंधन की उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार को शर्मिदा कर दिया है।

कांग्रेस पर हमला करते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, "वीर सावरकर एक महान आदमी थे और हमेशा रहेंगे। एक तबका है जो हमेशा उनके खिलाफ बोलता रहा है। यह उनकी दिमाग की गंदगी को उजागर करता है।"

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्य अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने 'विकृत सामग्री' के लिए कांग्रेस से माफी मांगने को कहा है।

उन्होंने कहा कि वीर सावरकर को महात्मा गांधी की हत्या के मामले में अदालतों द्वारा बरी कर दिया गया था, हालांकि, कांग्रेस उन्हें और दोषी (गोडसे) को जोड़ने की कोशिश कर रही है।

नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वीर सावरकर के खिलाफ इस तरह की गंदी टिप्पणियों को स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे कभी बर्दाशत नहीं करते।

फडणवीस ने कहा, "यदि वह होते तो वह पहले व्यक्ति होते जो इस पर प्रतिक्रिया देते और वह भी अपने स्टाइल में। हालांकि, आज हम इसकी उम्मीद नहीं कर सकते हैं। हमारी मांग है कि इस पुस्तिका पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाए।"

उन्होंने इस मुद्दे पर शिवसेना से जवाब भी मांगा।

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