जीएसटी के खिलाफ संसद घेराव में उतरे कांग्रेसी व व्यापारी
कांग्रेस ने जीएसटी के विरोध में आज जन्तर-मन्तर पर संसद के घेराव का आयोजन किया गया;
नई दिल्ली,(देशबन्धु)। कांग्रेस ने जीएसटी के विरोध में आज जन्तर-मन्तर पर संसद के घेराव का आयोजन किया गया जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं तथा व्यापारियों ने जीएसटी विरोधी नारे लगाते हुए 70 साल में पहली बार, रोटी कपड़े पर टैक्स की मार पर सरकार का ध्यान आकर्षित करवाया। कांग्रेस प्रदेश प्रमुख अजय माकन ने कहा कि मोदी सरकार के जीएसटी रूपी दानव ने उद्योग-धन्धों के साथ-साथ सामान्य लोगों को भी प्रभावित किया है जिसके कारण बेरोजगारी दिन प्रतिदिन बढ़ रही है तथा मंहगाई चरम सीमा पार करने वाली है। माकन ने कहा कि संसद में जीएसटी के खिलाफ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में छोटे व मध्यमवर्गीय व्यापारियों तथा सामान्य जन की लड़ाई लड़ी जा रही है और हम कांग्रेस के कार्यकर्ता गली-गली जाएंगे और जीएसटी के खिलाफ आवाज उठाएंगे तथा लोगों को जागृत करेंगे।
संसद के घेराव में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दिल्ली प्रभारी पीसी चॉको, पूर्व सांसद सज्जन कुमार, कांग्रेस प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी, दिल्ली स्टेट ट्रेडर्स कांग्रेस के संयोजक अनिल कुकरेजा एवं अजय अरोड़ा, दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री डा. नरेन्द्र नाथ, डा. किरन वालिया, कांग्रेस सचिव नसीब सिंह, पूर्व विधायक हरि शंकर गुप्ता, भीष्म शर्मा सहित कई व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधी भी मौजूद थे। प्रदर्शनकारियों को संसद भवन जाते समय पुलिस ने बैरीगेट लगाकर बीच में ही रोक दिया गया।
कांग्रेस के जीएसटी को मोदी सरकार के जीएसटी से अलग बताते हुए कहा अजय माकन ने कहा कि कांग्रेस के जीएसटी में 14 प्रतिशत की आउटर लिमिट थी और हमारा उद्देश्य था एक देश और एक कर जिसके द्वारा हम पूरे देश में समान कर प्रणाली स्थापित करना चाहते थे। कांग्रेस जीएसटी में रोटी, कपड़ा और मकान पर कोई कर नहीं लगाना चाहती थी, जबकि मोदी सरकार के जीएसटी में छह स्लैब तथा 40 प्रतिशत के कर की आउटर लिमिट है जिसने मध्यम वर्गीय व छोटे व्यापारियों के साथ.साथ सामान्य लोगों की भी कमर तोड़ दी है। मोदी सरकार के इस जीएसटी से चौतरफा महंगाई बढ़ी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने संकल्प लिया है कि इस जीएसटी रूपी दानव को खत्म करके ही सांस लेंगे।