राहुल को कांग्रेस की कमान

निर्विरोध चुने गए कांग्रेस अध्यक्ष, 16 को संभालेंगे पार्टी की बागडोर;

Update: 2017-12-12 00:25 GMT

नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी निर्विरोध पार्टी के नए अध्यक्ष चुने गए हैं और वह 16 दिसम्बर को पार्टी की कमान संभालेंगे जो पिछले 19 साल से उनकी मां सोनिया गांधी के हाथ में है। सैंतालीस वर्षीय राहुल गांधी के निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने से पूरी पार्टी में खुशी और उत्साह की लहर दौड़ गई है। पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं ने इस मौके पर होली और दिवाली एक साथ खेली। इस दौरान कुछ लोग जहां एक दूसरे को गुलाल लगा रहे थे वहीं पटाखे छोड़े जा रहे थे। कार्यकर्ता ढोल नगाड़ों की थाप पर नाचकर खुशियां मना रहे थे और एक दूसरे को मिठाई बांट रहे थे। गांधी को पार्टी की बागडोर सौंपने की उनकी लम्बे समय से चली आ रही मांग आज पूरी हो गई। राहुल गांधी 130 वर्ष से अधिक पुरानी पार्टी की कमान संभालने वाले नेहरू गांधी परिवार के छठे सदस्य होंगे। वह ऐसे समय में कांग्रेस की कमान संभाल रहे हैं जब पार्टी सबसे कमजोर स्थिति में है। इस समय 543 सीटों वाली लोकसभा में पार्टी के सिर्फ 45 सदस्य हैं और सिर्फ छह राज्यों में उसकी सरकार है। गांधी के निर्विरोध निर्वाचित होने की जिस समय घोषणा की गयी उस समय वह गुजरात में पार्टी के चुनाव प्रचार में व्यस्त थे जहां पिछले 22 वर्षों से पार्टी सत्ता से बाहर है। 

अकेले राहुल ने ही पद के लिए नामांकन पत्र भरा था 

कांग्रेस के चुनाव अधिकारी एम रामचंद्रन ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में गांधी के निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने की औपचारिक घोषणा की। उन्होंने कहा कि नामांकन पत्र वापस लेने की आज अंतिम तिथि थी और गांधी ने ही इस पद के लिए नामांकन पत्र भरा था और उन्हें निर्विरोध कांग्रेस अध्यक्ष चुन लिया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष पद पर निर्वाचित होने का प्रमाणपत्र उन्हें 16 दिसंबर को सुबह 11 बजे पार्टी मुख्यालय में दिया जाएगा और उसी दिन वह पद भार संभालेंगे। गौरतलब है कि राहुल गांधी इन दिनों गुजरात विधानसभा चुनाव में चुनावी प्रचार में व्यस्त हैं

देशभर से राहुल को मिल रहींबधाईंयां

राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए श्री गांधी को बधाई दी और कहा कि उन्होंने गुजरात में अपनी क्षमता का लोहा मनवाया है जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित उनके सहयोगी 80 मंत्री कई महीनों से बैठे हैं लेकिन गांधी की बातों का जवाब नहीं दे पा रहे हैं। उन्होंने आज के दिन को कांग्रेस के लिए बड़ा दिन बताते हुए कहा कि देश के असंख्य किसान, मजदूर और युवा उम्मीद लगाए बैठे हैं कि गांधी उन्हें भारतीय जनता पार्टी से निजात दिलाएंगे। 

89 प्रस्तावक राहुल के समर्थन में

89 नामांकन के सभी प्रस्तावक राहुल के समर्थन में थे। राहुल के नामांकन भरने के वक्त पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी उनके साथ थे। वास्तव में नामांकन के लिए 90 फॉर्म जारी किए गए थे लेकिन एक फार्म जारी नहीं किया जा सका क्योंकि पर्याप्त संख्या में प्रस्तावक मौजूद नहीं थे। 

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