नई दिल्ली(देशबन्धु)। मध्य प्रदेश का सियासी इतिहास कई तरह की उथल-पुथल और जोड़-तोड़ का साक्षी तो रहा है, लेकिन इस बार मध्य प्रदेश के चुनावों में हिंसा का जोर देखने मिला। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह का कहना है कि इसके लिए भाजपा जिम्मेदार है, जिसके संरक्षण में अनैतिक कार्य करने वालों को प्रश्रय मिला। मध्य प्रदेश में राजनगर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के पूर्व पार्षद सलमान खान की हत्या 17 नवम्बर को मतदान से पहले की गई थी।
इसका इल्जाम भाजपा के कार्यकर्ताओं और प्रत्याशी पर लगा है। मृतक सलमान के परिजन इंसाफ की मांग करते हुए खजुराहो थाने के सामने बैठ गए और उनका साथ देने दिग्विजय सिंह भी पहुंच गए। 18 तारीख से लेकर 19 तारीख तक 24 घंटों से अधिक वक्त तक मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा राज्यसभा सांसद धरने पर बैठे रहे। जब पुलिस अधीक्षक ने शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर रविवार की शाम को ये धरना समाप्त हुआ। सलमान खान के परिजन अब उनके अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए हैं। हालांकि दिग्विजय सिंह ने चेतावनी दी है कि अगर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो पुन: आंदोलन किया जाएगा।
दिग्विजय सिंह जब धरने पर बैठे थे, इस दौरान देशबन्धु डीबी लाइव के लिए प्रधान संपादक राजीव रंजन श्रीवास्तव ने उनसे विशेष बातचीत की और मध्य प्रदेश में चुनाव में हिंसा से लेकर सरकार की चोरी होने से बचाने तक कई मुद्दों पर चर्चा हुई। दिग्विजय सिंह का कहना है कि मध्य प्रदेश में इस बार कांग्रेस 130 सीटों से अधिक पर जीत दर्ज करने जा रही है और पांच साल काम करने का मौका मिलने पर श्री कमलनाथ अवैध और अनैतिक कार्य करने वालों से सख्ती से निपटेंगे। पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में ही नहीं, आने वाले लोकसभा चुनावों में भी कांग्रेस मजबूती से प्रदर्शन करने जा रही है।
यहां पेश है उनसे बातचीत के खास अंश:-
प्र.- मध्य प्रदेश में चुनावी हिंसा का इतिहास नहीं रहा है, फिर क्या कारण है कि इस बार चुनावों में इस तरह की हिंसा हुई कि किसी कांग्रेस कार्यकर्ता की जान तक चली गई
उ.- पिछले 20 सालों में भारतीय जनता पार्टी ने एक ऐसा कैडर तैयार कर रखा है, जो सारे अवैध धंधों में लगा हुआ है। चाहे अवैध रेत खनन हो, शराब हो, सट्टा हो, थाना और तहसील या पंचायत की दलाली हो। इन्होंने करोड़ों रूपए कमाए और जो लोग इन अनैतिक धंधों में रहे, उनमें से कई भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़े। ये लोग सोचते हैं कि यहां के जो गरीब लोग हैं, उनको शराब पिलाकर वोट ले लेंगे। राजनगर विधानसभा का भी यही हाल है।
यहां के भाजपा प्रत्याशी अरविंद पटेरिया, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के खास शिष्य हैं। इनको छतरपुर का मुख्यमंत्री कहा जाता है। यहां के थानेदार, बीडीओ, पटवारी वगैरह सब इनके सिस्टम से काम करते रहे। हमारे कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह यानी नाती राजा ने पिछले महीनों में चुनाव आयोग को अनेक पत्र लिखे कि ये अधिकारी-कर्मचारी 3-3, 5-5 सालों से यहां जमा हैं और नियम कानून से काम नहीं कर रहे, बल्कि भाजपा कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं। लेकिन माननीय चुनाव आयोग ने इसका संज्ञान नहीं लिया। हालत ये है कि यहां के एक टीआई की गाड़ी में भाजपा का प्रचार होता रहा, शराब बंटती रही।
16-17 नवम्बर को भी ऐसा ही हो रहा था, तभी हमारे कांग्रेस उम्मीदवार से उनका आमना-सामना हो गया। दोनों दलों के काफिले आमने-सामने हो गए। सड़क पर कुछ जानवर थे, नाती राजा ने कहा कि आप निकल जाइए, लेकिन निकलने की बजाए उन्होंने उनके ऊपर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया। सलमान ने नाती राजा को तो धक्का देकर गाड़ी में बिठा दिया और खुद जब बैठने की कोशिश में था, तो इन लोगों ने उसके ऊपर गाड़ी चढ़ा दी और उसको रौंदते हुए कम से कम 15 -20 गाड़ियां निकल गईं। इसको हादसा नहीं कहा जा सकता, ये जानबूझकर की गई हत्या थी। क्योंकि उन गाड़ियों में शराब, हथियार और पैसा सभी थे। हमें संतोष इस बात का है कि जिला प्रशासन ने हत्या की धारा लगाकर मामला दर्ज किया है, अरविंद पटेरिया को भी आरोपी बनाया है। लेकिन 24 घंटे से अधिक वक्त बीतने के बाद भी गाड़ियां जब्त नहीं हुईं। इसलिए हमें धरने पर बैठना पड़ा। पीड़ित परिवार का कहना साफ है कि हमारे पार्षद सलमान को नहीं दफनाएंगे, जब तक कार्रवाई न हो। इसलिए मैंने तय किया कि पीड़ित परिवार की संतुष्टि तक थाने के सामने धरने पर बैठे रहें।
प्र. आप लोगों की मुख्य मांग क्या है, आप किस तरह इस मामले पर कार्रवाई चाहते हैं।
उ.- हम चाहते हैं कि सख्त कार्रवाई हो। पुलिस प्रशासन का कहना है कि विशेष जांच टीम लगाई गई है। वो कार्रवाई का आश्वासन दे रहे हैं। लेकिन पीड़ित परिवार का एक ही बेटा बचा है, जिस पर अब पूरा परिवार आश्रित है, तो परिवार की मांग है कि उसे सरकार शासकीय नौकरी दे और इनके साथ जल्द से जल्द इंसाफ हो।
प्र.- चुनाव से पहले अक्सर विरोधी दल एक-दूसरे पर धांधली के आरोप लगाते हैं, ऐसे में चुनाव आय़ोग का रवैया क्या रहा है
उ.- चुनाव आयोग में अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ हमारी लगभग एक हजार शिकायतें थी, अगर माननीय आयोग ने इन शिकायतों का संज्ञान लिया होता और कार्रवाई की होती तो आज ये नौबत ही नहीं आती। खुलेआम भाजपा नेताओं के प्रतिनिधियों ने चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की। लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
प्र.- हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान की चुनावी रैली में लोगों से कहा कि कमल का बटन दबाना तो ऐसा समझना मानो भ्रष्टाचारियों को फांसी दे रहे हो, इस तरह के उकसाने वाले बयान पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है
उ.- प्रधानमंत्री को तो ऐसा लगता है कि उनके ऊपर न कोई संविधान है न नियम न कानून। निर्वाचन आयोग ने मान लिया है कि मोदी खुदा हैं, उन्हें नोटिस नहीं दिया जा सकता। हमारे गृह मंत्री अमित शाह ने भी मध्य प्रदेश में कमल का साथ न देने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को सबक सिखाने की बात कही थी। जब प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ऐसी बात करें तो ये सरासर हिंसा को निमंत्रण देना है। दुखद ये है कि चुनाव आयोग उन्हें नोटिस तक नहीं दे रहा। फिर क्या उम्मीद करें।
प्र. - मतदान समाप्त होने के बाद 3 तारीख का इंतजार है, जब नतीजे आएंगे। लेकिन एक लंबा वक्त इस दौरान बिताना है, इसमें ईवीएम की सुरक्षा कैसी होगी
उ.- ईवीएम की निगरानी को लेकर हम पूरी तरह से सजग हैं। पूरी एहतियात बरती जा रही है। हालांकि खबर मिली है कि शिवपुरी के एक इलाके में क्रबिस्तान में बुलेरो मिली, जिसमें ईवीएम मिली। अब आप बताइए कब्रिस्तान में बुलेरो का क्या काम। इसी तरह एक ओवरलोडेड आटो रिक्शा में ईवीएम ले जाई जा रही थी। चुनाव आयोग का काम है इसको देखे, लेकिन इनसे कोई उम्मीद नहीं है। लेकिन कांग्रेस सजग है।
प्र.- कांग्रेस को जीत तो पिछले बार भी मिली थी, इस बार भी आपने काफी मेहनत की है। लेकिन 15 महीनों में ही पिछली सरकार चोरी कर ली गई थी इस बार आप लोग कैसे सजग हैं, रणनीति क्या है
उ.- कांग्रेस की जीत के लिए हम सबने मेहनत की है। कमलनाथ जी ने और बाकी सभी कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने काफी मेहनत की है। मैंने तो अपना फर्ज ही निभाया है। लेकिन इस बार खरीद-फरोख्त की संभावनाएं कम हैं।
प्र. -तीन तारीख को कितनी सीटें आ रही हैं
उ.- मैंने पहले भी कहा है और मैं फिर से आपसे कह रहा हूं कि इस बार हम 130 से अधिक सीटें ला रहे हैं।
प्र.- आपने पहले मध्यप्रदेश में नर्मदा यात्रा की, जिसका लाभ पिछले चुनाव में मिला। फिर भारत जोड़ो यात्रा में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका रही, और फिर से भारत जोड़ो यात्रा की तैयारी है। इन यात्राओं से कितना फायदा मिला
उ. - नर्मदा यात्रा पूरी तरह से आध्यात्मिक यात्रा थी। इसे राजनीति से जोड़ना ठीक नहीं है। भारत जोड़ो यात्रा में हम राहुल जी के साथ थे। मध्य प्रदेश में उनका बड़े पैमाने पर स्वागत हुआ, आम जनता ने राहुल जी को निकट से देखा, उन्हें समझा। और मैं समझता हूं कि उसी की वजह से धर्म के नाम पर नफरत फैलाने का असर नहीं हो रहा।
प्र.- 2018 के चुनावों में विधानसभा चुनाव जीतने के बावजूद लोकसभा में हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन इस बार मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस कितनी मजबूती से तैयार है -
उ.- जैसी मेहनत और तैयारी से विधानसभा चुनाव हमने लड़ा, वैसी ही तैयारी लोकसभा की रहेगी। और केवल मध्य प्रदेश ही नहीं, पूरे देश में हम मजबूती से लड़ेंगे।
प्र. चुनाव में होने वाली हिंसा को कैसे रोकेंगे-
उ.- हिंसा केवल खजुराहो में नहीं हुई, रहेली, अटेर, शिवपुरी, कई इलाकों में ऐसी घटनाएं हुई हैं। भाजपा ने जिन गुंडों को पाला है, जो अवैध काम करेगा, उसके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। मध्य प्रदेश के लोग हमें पांच साल काम करने का मौका देंगे तो कमलनाथ जी के नेतृत्व में अनैतिक काम करने वालों पर सख्ती की जाएगी। सफाई की जाएगी।
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