केरल में डीप-सी फिशिंग डील के विरोध में कांग्रेस कांग्रेस ने की हड़ताल
केरल में 6 अप्रैल को विधानसभा चुनावों की घोषणा के एक दिन बाद कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ ने पिनाराई विजयन सरकार और एक अमेरिकी कंपनी के बीच डीप-सी फिशिंग डील के विरोध में शनिवार को एक दिन का हड़ताल;
तिरुवनंतपुरम। केरल में 6 अप्रैल को विधानसभा चुनावों की घोषणा के एक दिन बाद कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ ने पिनाराई विजयन सरकार और एक अमेरिकी कंपनी के बीच डीप-सी फिशिंग डील के विरोध में शनिवार को एक दिन का हड़ताल की। सरकार जिस तरह से इस डील के साथ आगे बढ़ने की कोशिश कर रही थी, उसके विरोध में विपक्ष ने हड़ताल की। विपक्ष का मानना है कि इस डील से तटीय राज्य केरल में मत्स्य संपदा और मछुआरा समुदाय को बहुत नुकसान होगा।
प्रसिद्ध पर्यटक समुद्र तटीय गंतव्य कोवलम के पास दिन भर के विरोध प्रदर्शन की शुरुआत करते हुए दो बार मुख्यमंत्री रहे कांग्रेस के ओमन चांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मछली पकड़ने वाले समुदाय को धोखा दिया है।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस सौदे को पूरा करने में कामयाब हो जाती तो मछली पकड़ने का पूरा क्षेत्र चंद लोगों के हाथों में चला जाता। फिशिंग सेक्टर ने महसूस किया है कि इस डील में विजयन के कुछ अन्य हित थे और इसलिए अब मछुआरा समुदाय के लिए वक्त आ गया है कि वे विजयन और उनकी सरकार को समुद्र में फेंके। इसी तरह का विरोध कोल्लम और कोझिकोड में भी किया गया।
कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष के लिए यह डील वाम सरकार से मोर्चा लेने का अवसर ले आया है। मछुआरे विजयन के खिलाफ मोर्चा संभाल रहे हैं। 140 सीटों वाले केरल विधानसभा में से लगभग 50 विधानसभा क्षेत्रों में मछुआरों की अच्छी-खासी आबादी है।
यूडीएफ कोई भी मौका नहीं छोड़ रहा है, क्योंकि यह बात उन्हें अच्छी तरह से पता है कि पिछले कुछ विधानसभा चुनावों में मछुआरा समुदाय ने वामपंथियों का समर्थन किया था।