नगर निगम ने पार्क में बनाये कम्पोस्ट खाद बनाने के गड्ढ़े
नगर निगम द्वारा कविनगर, विजयनगर और वसुंधरा जोन के पार्कों में कम्पोस्ट खाद बनाने के लिए गड्ढ़़े खोदे गए है ओर उन गड्ढ़ों को एहतियात के लिए बैरिकेट लगाकर कवर किया गया है;
गाजियाबाद। नगर निगम द्वारा कविनगर, विजयनगर और वसुंधरा जोन के पार्कों में कम्पोस्ट खाद बनाने के लिए गड्ढ़़े खोदे गए है ओर उन गड्ढ़ों को एहतियात के लिए बैरिकेट लगाकर कवर किया गया है।
इन कम्पोस्ट गड्ढ़े बनाने का मुख्य उद्देश्य सिर्फ पार्क में बन रहे पौधों के लिए खाद तैयार करना है इस कम्पोस्ट गड्ढ़ों में पेड़ो से टूटने वाली पत्तियों को इस गड्ढ़े में दबाकर रखा जाता है आपको बता दें कि पौधों के लिए कम्पोस्ट खाद पोषक तत्वों से भरपूर होती है और ये बाजार में नहीं मिलती।
पौधों के लिए पोषक तत्वों से भरपूर मिट्टी की बहुत आवश्यकता होती है। यहां की मिट्टी में पोटाश और फॉस्फेट अच्छी मात्र में मिल जाता है, परंतु पौधों की वृद्धि व विकास के लिए अत्यंत आवश्यक तत्व नाइट्रोजन कम होता है और नाइट्रोजन उसे कम्पोस्ट द्वारा संतुलित रूप में उपलब्ध होता है।
पत्तों के गिरने से सड़ने की प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है व वनस्पतियों को निरंतर पोषक तत्व उपलब्ध होते रहते हैं। प्रकृति में यह सड़ना व गलना बैक्टीरिया की सहायता से होता रहता है। गड्ढ़े में पहले चारों तरफ पानी का छिड़काव करके उसे नम कर लें और उसमें पत्ते, पौधे, रसोई व घर का अन्य गलने योग्य कचरा भर देते है।
पानी का छिड़काव करके आप कूड़ा-कचरा, पत्ते आदि भर दें। गोबर खाद में बैक्टीरिया पैदा करता है, जिसमें सड़ने-गलने की प्रक्रिया में तेजी आ जाती है। इसके बाद पूरे गड्ढ़े को पांव से दबा दें और उस पर पर्याप्त पानी डाल देते है ये नमी कचरे को गलने व सड़ने में तेजी लाती है। पार्कों में बने कम्पोस्ट खाद के गड्ढ़ेे पर कर्मचारी लगातार नजर बनाए हुए हैं।