किसान आंदोलन की तुलना शाहीन बाग से करना सांप्रदायिकता फैलाने का प्रयास : मुस्लिम मजलिस
ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस ने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के उस बयान की निंदा की है जिसमें उन्होंने कहा था कि किसान आंदोलन शाहीन बाग आंदोलन के समान है;
नई दिल्ली। ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस ने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के उस बयान की निंदा की है जिसमें उन्होंने कहा था कि किसान आंदोलन शाहीन बाग आंदोलन के समान है और विपक्षी दल इसे बढ़ावा दे रहे हैं।
ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. डॉ. बसीर अहमद खान ने एक बयान में आज कहा कि दरअसल मुजफ्फरनगर की किसान महापंचायत में हिंदू, मुस्लिम और सिखों की एकता को देखकर भाजपा को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव में हार का डर सता रहा है इसलिए वह बौखलाहट में ऐसे बयान देकर सांप्रदायिकता फैलाने की व्यर्थ कोशिश कर रहे हैं। मुस्लिम मजलिस ने किसान आंदोलन का पूर्ण समर्थन करते हुए कहा कि मुजफ्फरनगर की किसान महापंचायत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सांप्रदायिक, किसान विरोधी और लोकतंत्र विरोधी सरकार को हराने और देश को विनाश से बचाने की घोषणा सराहनीय है।
उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर और उसके आसपास जो भाईचारे के सम्मेलन किये जा रहे हैं उससे भाजपा घबराई हुई है क्योंकि चुनाव जीतने के लिए वह सांप्रदायिकता और नफरत का प्रचार करती है। कुछ वर्ष पहले मुजफ्फरनगर में सांप्रदायिक दंगा कराया गया था इसलिए सभी संप्रदायों को सावधान रहना चाहिए।