जिला खनिज संस्थान न्यास की कलेक्टर ने ली बैठक
डी.एम.एफ. स्वीकृत कार्यों की कलेक्टर श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी ने समय-सीमा के बैठक में जिला खनिज संस्थान न्यास से खनिज विभाग एंव जिला योजना सांख्यिकी विभाग के;
बेमेतरा। डी.एम.एफ. स्वीकृत कार्यों की कलेक्टर श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी ने समय-सीमा के बैठक में जिला खनिज संस्थान न्यास से खनिज विभाग एंव जिला योजना सांख्यिकी विभाग के द्वारा प्रदाय किये गए न्यास निधि से जारी राशि, व्यय राशि, पूर्ण, अपूर्ण कार्यों के संबंध में आबंटित विभागों से कार्यों की स्थिति पर चर्चा किया गया।
डी.एम.एफ. में वर्ष 2016-17 में 51 लाख 81 हजार का आवंटन प्राप्त हुआ था, इसी तरह वर्ष 2018-19 में 1 करोड़ 20 लाख 22 हजार, वर्ष 2017-18 में जिला योजना एवं सांख्यिकी विभाग को डी.एम.एफ. के अंतर्गत 9 करोड़ रूपये का आवंटन प्राप्त हुआ था, जिसके जिसके विरूद्ध 8 करोड़ 21 लाख रूपये के 45 कार्य कराए गए थे।
इनमें स्कूलों में स्मार्ट क्लास (एल.ई.डी.) संचालन हेतु, कृषि विज्ञान केन्द्र में नलकूप खनन, सिंघौरी में आक्सीजोन का निर्माण, पुलिस विभाग को सीसीटीवी कैमरा, नवोदय विद्यालय खिलोरा में अतिरिक्त कक्ष निर्माण, जिला अस्पताल में 1000 वॉट पावर क्षमता का 2 सोलर मार्स्ट लाईट, उद्यानिकी विभाग को खनिज खदानों से प्रभावित किसानों को सब्जी मिनी कीट वितरण प्रमुख रूप से शामिल है।
छ.ग. शासन के खनिज न्यास नियम 2015 के पालन में शाषी परिषद् एवं प्रबंधकारिणी समिति की बैठक आयोजित किये जाने एवं प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष खनन प्रभावित क्षेत्रों के लिये 5 वर्षीय एवं वार्षिक योजना बनाये जाने हेतु संबंधित समस्त विभागों को कार्य योजना तैयार कर खनिज विभाग को प्रेषित किये जाने का निर्देश दिया गया। जिला अंतर्गत सी.एस.आर. मद पर किये जा रहे कार्यों पर भी समीक्षा की गई।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि जिले में खनन गतिविधियां, बेरला तहसील के ग्राम चण्डी में मुख्य रूप से चूना पत्थर का खनिपट्टा एवं ग्राम करेली में निम्न श्रेणी के चूना पत्थर उत्खनिपट्टा स्वीकृत है। शिवनाथ एवं खारून घाट से रेत का निकासी किया जाता है।
ईट निर्माण हेतु मिट्टी का उत्खनन बेरला एवं नवागढ़ तहसीलों में किया जाता है। बेरला तहसील के ग्राम कोदवा, मोहभ_ में डोलोमाईट खनिपट्टा स्वीकृत है। जिले के सभी 5 तहसील में खनिज नियम 59 के तहत मुरूम परिवहन की अनुमति दिया जाता है। जिले में खनन से संबंधित प्रभावित ग्राम 12 है। इनमें बेरला तहसील के अंतर्गत ग्राम बेरलाकला, कण्डरका, भालेसर, कोदवा,
मोहभ_ा, टेमरी, बचेड़ी, करेली, चण्डी, साजा तहसील अंतर्गत बिरनपुर एवं लालपुर, नवागढ़ तहसील के अंतर्गत नांदघाट शामिल है। डी.एम.एफ. निधि का व्यय उच्च प्राथमिकता सेक्टर के अंतर्गत पेयजल, पर्यावरण स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, महिला एवं बाल कल्याण, कौशल विकास एवं रोजगार तथा स्वच्छता पर करने का प्रावधान है।
जबकि 40 प्रतिशत राशि अन्य प्राथमिकता क्षेत्र जैसे भौतिक अधोसंरचना, सिंचाई, उर्जा एवं जल विभाजक विकास आदि कार्य करने का प्रावधान है। बैठक में वन मण्डलाधिकारी दुर्ग विवेक शुक्ला, जिला पंचायत के सीईओ प्रकाश कुमार सर्वे, एएसपी विमल कुमार बैस, निर्माण एजेंसी से जुड़े सभी कार्यपालन अभियंता, नवागंतुक खनिज अधिकारी एम.डी. जोशी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।