सिप्रोफ्लॉक्सिन ड्रिप लगाने अस्पतालों में लगी रोक

स्थ्य विभाग ने सिप्रोफलाक्सीन ड्रिप पर जिले में मरीजों को चढ़ाने पर रोक लगा दी है......;

Update: 2017-06-20 16:07 GMT

ड्रिप को भेजा गया जांच के लिए लैब
बिलासपुर। स्वास्थ्य विभाग ने सिप्रोफलाक्सीन ड्रिप पर जिले में मरीजों को चढ़ाने पर रोक लगा दी है। कल जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में डायरिया के मरीजों को सिप्रोफलाक्सीन ड्रिप लगाते ही 15 मरीजों की हालत बिगड़ गई थी। इस पर अब स्वास्थ्य विभाग ने रोक लगा दी है। वहीं उच्चअधिकारियों की कमेटी तैयार की गई है जिसमें सिप्रोफलाक्सीन को लैब में जांच किया जाएगा।

जिला अस्पताल में कल सुबह आइसोलेशन वार्ड के डायरिया मरीजों को सिप्रोफलाक्सीन ड्रिप चढ़ाते ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी थी। इस पर मरीजों को बैचेनी व शरीर में खुजली होने पर उन्होंने इसकी जानकारी तुरंत वार्ड नर्स को दी। इस पर वार्ड के नर्स ने तत्काल अस्पताल के सिविल सर्जन को इसकी जानकारी दी इस पर डा.एस.एस.बाजपेयी ने तुरंत ड्रिप चढ़ाने से सभी वार्डों में रोक लगा दी।

इस पर आज जिला अस्पताल प्रबंधन ने बेंच नं.सी.270107 का सिप्रोफलाक्सीन को जांच के लिए रायपुर भेजा जा रहा है। जहां इसकी लैब में जांच की जाएगी कि आखिर इस ड्रिप के चढ़ाते ही मरीजों की तबीयत कैसे बिगड़ गई।

ज्ञात हो कि जिला अस्पताल में कल हुए ड्रिप चढ़ाने से मरीजों की हालत बिगड़ने पर स्वास्थ विभाग अमला हरकत में है क्योंकि इससे पहले भी नसबंदी कांड में सिप्रोसीन दवा खाने से 13 महिलाओं की मौत हो गई थी। वहीं 123 महिलाओं को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस बार सिप्रोसीन की तरह सिप्रोफलाक्सीन दवा चढ़ाने पर 15 मरीजों की तबीयत बिगड़ गई थी।

हालांकि सभी मरीजों की हालत सामान्य है। सिप्रोफलाक्सीन ड्रिप को मरीजों को चढ़ाने पर रोक लगा दी गई है। विभाग की कमेटी द्वारा इसे लैब में जांच किया जाएगा। उसके बाद ही मरीजों को यह ड्रिप लगाई जाएगी। फिलहाल अभी दूसरी ड्रीप व दवा मरीजों को दी जा रही है।
 

Tags:    

Similar News