छत्तीसगढ़ में धान खरीदी शुरू, भाजपा–कांग्रेस आमने-सामने! जुबानी जंग तेज

छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरुआत होते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है तथा राज्य में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एवं मुख्य विपक्षी कांग्रेस के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गयी है;

Update: 2025-11-16 22:21 GMT

अरुण साव का हमला-‘कांग्रेस किसानों से वादाखिलाफी करती है, भरोसा खत्म’

  • भूपेश बघेल पर तंज-‘जहां जाते हैं, कांग्रेस हार जाती है… पनौती बन चुके हैं’
  • राहुल गांधी पर कटाक्ष-‘तालाब में डुबकी, कांग्रेस भी डूब जाती है’
  • कांग्रेस का पलटवार-‘धान खरीदी अव्यवस्थित, भाजपा सरकार झूठ बोल रही है’
  • विष्णु देव साय पर निशाना-‘छत्तीसगढ़ को यूपी-बिहार जैसा बना दिया, अंधेर नगरी चौपट राजा’

रायपुर। छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरुआत होते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है तथा राज्य में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एवं मुख्य विपक्षी कांग्रेस के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गयी है।

प्रक्रिया को सुचारू बनाए रखने के लिए कांग्रेस ने राज्यस्तरीय निगरानी समिति का गठन किया, जिसके बाद भाजपा ने इस कदम को आड़े हाथों लेते हुए कांग्रेस पर वादाखिलाफी के आरोप लगाए। इसके जवाब में कांग्रेस ने भी उपमुख्यमंत्री अरुण साव सहित भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया।

श्री अरुण साव ने कहा,“कांग्रेस क्या निगरानी करेगी? वही कांग्रेस जिसने किसानों को बोनस देने का वादा किया था और कभी पूरा नहीं किया। किसानों को धान का पैसा चार-चार किस्तों में दिया गया। इनके वादों पर अब किसी का भरोसा नहीं है।”

उन्होंने दावा किया कि धान खरीदी के पहले ही दिन 20 हजार क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है और सभी खरीद केंद्रों में पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

बिहार चुनाव पर बात करते हुए श्री साव ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर कड़ा कटाक्ष किया। उन्होंने कहा,“जहां-जहां श्री भूपेश बघेल प्रचार करने जाते हैं, वहां कांग्रेस की हार तय हो जाती है। वह ‘पनौती’ बन चुके हैं। बिहार में भी यही हुआ। जिन नेताओं पर छत्तीसगढ़ में भरोसा नहीं, उन पर बिहारवासी कैसे भरोसा करेंगे?”

उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के तालाब में कूदने वाले वीडियो का जिक्र करते हुए टिप्पणी की,“श्रीराहुल गांधी जहां डुबकी लगाते हैं, कांग्रेस वहीं डूब जाती है।” उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में संगठनात्मक मदद कांग्रेस ने नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ भाजपा के नेताओं ने की थी।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने श्री अरुण साव के आरोपों को पूरी तरह खारिज किया और भाजपा सरकार पर झूठ बोलने तथा धान खरीदी अव्यवस्थित करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा,“श्री साव जी खुद किसान हैं। कांग्रेस सरकार (2018–2023) के कार्यकाल में कर्ज माफी हुई, समर्थन मूल्य के 2500 रुपये प्रति क्विंटल का भुगतान हुआ, और राजीव गांधी किसान न्याय योजना का पैसा उनके खाते में गया होगा। अगर उन्हें यह लाभ मिला है तो पहले कांग्रेस को धन्यवाद देना चाहिए। इतनी गरिमा वाले पद पर रहकर झूठ बोलना शोभा नहीं देता।”

उन्होंने कहा,“आज प्रदेश में धान खरीदी पूरी तरह अव्यवस्थित है। कई केंद्रों में ताला लगा है, कर्मचारी हड़ताल पर हैं, टोकन नहीं मिल रहे, बारदाना नहीं पहुंचा है। सरकार धान खरीदी में फेल है।”

भाजपा द्वारा जारी उन वीडियो पर भी श्री बैज ने तीखा कटाक्ष किया, जिनमें सर्वश्री राहुल गांधी और भूपेश बघेल को ‘जहां जाते हैं वहां डूबा देते हैं’ जैसा दिखाया गया।

श्री बैज ने कहा,“बिहार में चोरी की सरकार बनी है। चुनाव आयोग की गठबंधन सरकार है। वोट चोरी की पोल खुल रही है, इसलिए भाजपा ध्यान भटकाने के लिए ऐसे वीडियो जारी कर रही है।”

उन्होंने कहा,“भाजपा सरकार खुद कंफ्यूज है। एक तरफ कहती है कि शांति है, नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं, दूसरी तरफ लगातार मुठभेड़ हो रही है। गृह मंत्री के दौरे के बाद ही बीजापुर में लोगों की हत्या हो जाती है। जनता की सुरक्षा कौन करेगा?”

श्री बैज ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के उस बयान पर भी पलटवार किया जिसमें उन्होंने कहा था कि बिहार में राजग आने के बाद जंगलराज खत्म हुआ और अब पश्चिम बंगाल में भी राजग आने पर विकास दिखेगा। उन्होंने कहा,“जो मुख्यमंत्री खुद बिहार प्रचार में नहीं गए, वह बिहार को जंगलराज बता रहे हैं। छत्तीसगढ़ की हालत देख लें—दिनदहाड़े लूट, डकैती, हत्याएं, महिलाओं पर अत्याचार… यहां कौन सा राज चल रहा है? प्रदेश को यूपी-बिहार जैसा बना दिया है। यह अंधेर नगरी और चौपट राजा वाली सरकार है।”

बहरहाल धान खरीदी शुरू होते ही राजनीतिक टकराव नई ऊंचाई पर दिखाई दे रहे हैं।

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