चंद्रशेखर ने मतदाताओं से की सोच-समझ कर वोट डालने की अपील
तेलंगाना के मुख्यमंत्री एवं भारत राष्ट्र समित (बीआरएस) पार्टी के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने मतदाताओं से आगामी 30 नवंबर को होने वाले चुनाव में सोच-समझकर निर्णय लेने की अपील की है।;
मंचेरियल । तेलंगाना के मुख्यमंत्री एवं भारत राष्ट्र समित (बीआरएस) पार्टी के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने मतदाताओं से आगामी 30 नवंबर को होने वाले चुनाव में सोच-समझकर निर्णय लेने की अपील की है।
श्री राव ने मंचेरियल में ‘‘प्रजा आशीर्वाद सभा” चुनावी बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने प्रतिकूल परिस्थितियों में राज्य का दर्जा देकर तेलंगाना को धोखा दिया है। उन्होंने राजनीतिक दलों के ऐतिहासिक रिकॉर्ड पर गौर करने के महत्व पर जोर दिया। केसीआर ने सत्ता में आने के बाद से बीआरएस पार्टी द्वारा प्राथमिकता दी गई कल्याणकारी पहलों पर प्रकाश डाला। उन्होंने विशेष रूप से तेलंगाना के लिए अद्वितीय योजना, रायथु बंधु के सफल कार्यान्वयन का उल्लेख किया।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए उन पर फिजूलखर्ची का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी का लक्ष्य धरणी जैसी पहल को कमजोर करना और पिरावी साम्राज्य को पुनर्जीवित करना है। मुख्यमंत्री ने सिंगरेनी की सुरक्षा करने, 2,200 करोड़ रुपये के वर्तमान लाभ और श्रमिकों के लिए मुनाफे में 32 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ इसकी लाभप्रदता सुनिश्चित करने का श्रेय बीआरएस सरकार को दिया।
उन्होंने दीपावली बोनस पर चर्चा करते हुए 1000 करोड़ रुपये वितरित करने के लिए सिंगरेनी की सराहना की, जो इतिहास में सबसे अधिक राशि है। मुख्यमंत्री ने श्रमिकों को आश्वासन दिया कि सरकार उनके भत्तों को कर मुक्त बनाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। साथ ही उन्होंने किसानों को अपने निर्णयों पर सावधानीपूर्वक विचार करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कांग्रेस द्वारा केंद्र को 49 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने पर असंतोष व्यक्त किया और सिंगरेनी श्रमिकों के लिए आईटी छूट प्रदान नहीं करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना की।
श्री राव ने कांग्रेस उम्मीदवारों के बीआरएस में बदलाव पर विचार करने के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए मतदाताओं से ऐसे बयानों पर विश्वास न करने का आग्रह किया। उन्होंने बाढ़ से बचने के उपायों को करने वादा करते हुए आश्वासन दिया कि अगर श्री दिवाकर राव चुनाव जीतते हैं, तो गोदावरी बाढ़ के पानी को मंचेरियल तक पहुंचने से रोकने के लिए बंध बनाये जायेंगे।