हरियाणा में किसानों को मुआवजा नहीं मिलने पर इनेलो बड़ा आंदोलन करेगी : अभय चौटाला
इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके किसानों के मुद्दे पर हरियाणा सरकार पर निशाना साधा;
किसानों को मुआवजा न मिलने पर इनेलो की चेतावनी: बड़ा आंदोलन होगा
- अभय चौटाला का सरकार पर हमला: जलभराव और फसल नुकसान पर लापरवाही
- हरियाणा में 2.53 लाख किसानों ने मांगा मुआवजा, इनेलो ने उठाई प्रति एकड़ ₹61,000 की मांग
चंडीगढ़। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके किसानों के मुद्दे पर हरियाणा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हाल की भारी बारिश से फसलें बुरी तरह खराब हो गई हैं, लेकिन किसानों को अब तक कोई मुआवजा नहीं मिला है। न खेतों से पानी निकाला गया, न ही कोई राहत पैकेज घोषित किया गया।
इनेलो अध्यक्ष अभय चौटाला ने चेतावनी दी कि अगर अगले 15 दिनों में सरकार ने किसानों को उचित मुआवजा नहीं दिया और खेतों से जल निकासी की व्यवस्था नहीं की, तो इनेलो किसानों के साथ मिलकर कोई बड़ा आंदोलन छेड़ेगी। उन्होंने कहा, "यह किसानों की लड़ाई होगी, और हम इसे आखिर तक लड़ेंगे।"
अभय चौटाला ने हाल ही में हरियाणा विधानसभा में उठे जलभराव और फसल नुकसान के मुद्दे का हवाला देते हुए कहा कि भिवानी, हिसार और रोहतक जैसे जिलों में 2,000 एकड़ से अधिक कृषि भूमि डूब गई है। सरकार की लापरवाही से किसान परेशान हैं, जबकि ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर 2.53 लाख किसानों ने मुआवजे के लिए पंजीकरण कराया है। उन्होंने मांग की कि प्रति एकड़ 61,000 रुपए का मुआवजा दिया जाए और विशेष गिरदावरी कराई जाए।
चौटाला ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान पर भी तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा, "उदयभान के पिता एक दिन में तीन-तीन पार्टियां बदलते थे, 'आया राम गया राम' इसी वजह से मशहूर हुआ।" पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "मनोहर लाल खट्टर ने हुड्डा के जन्मदिन पर बधाई दी और कहा कि हुड्डा रिटायर नहीं होना चाहिए, क्योंकि वे खुद नहीं चाहते कि उनकी जगह कोई और कांग्रेस में आए।" उन्होंने कहा, "मुझे गोपाल कांडा की वजह से नुकसान हुआ। मुझे उनसे गठबंधन नहीं करना चाहिए था।"
उन्होंने कहा, हुड्डा ने नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए हाईकमान पर दबाव डाला कि कांग्रेस खत्म हो जाएगी, लेकिन वे खुद खत्म हो गए। हुड्डा अहंकार में खत्म हो रहा है। उन्होंने कई सीनियर नेताओं को कांग्रेस से निकलवा दिया। हुड्डा सिर्फ अपने बेटे को सेट करना चाहता है, उन्हें कांग्रेस से कोई मतलब नहीं।"