नाले के नीचे गिरी कार, ठेकेदार सहित दो की मौत

धनतेरस के दिन अम्बिकापुर से सनावल साइड मेें काम देखने जा रहे एक ठेकेदार की नैनो कार डिंडो चौकी क्षेत्र में बिमड़ा मोड़ के पास नाले के नीचे जा गिरी;

Update: 2017-10-22 17:36 GMT

डिंडो चौकी क्षेत्र में हुआ हादसा, एक गंभीर

अम्बिकापुर। धनतेरस के दिन अम्बिकापुर से सनावल साइड मेें काम देखने जा रहे एक ठेकेदार की नैनो कार डिंडो चौकी क्षेत्र में बिमड़ा मोड़ के पास नाले के नीचे जा गिरी। इस दुर्घटना में ठेकेदार सहित दो की मौत हो गई। वाहन में सवार एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को वाड्रफनगर अस्पताल से मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाकर दाखिल कराया गया है। 

जानकारी के अनुसार स्थानीय गांधीनगर थाना क्षेत्र के राजेंद्रनगर निवासी हमेश खत्री पिता स्व. भगवानदास खत्री उम्र 49 वर्ष धनतेरस के दिन लुण्ड्रा थाना क्षेत्र के ग्राम करगीडीह निवासी 28 वर्षीय मैनेजर राम मरावी पिता परमेश्वर मरावी को लेकर अपनी नैनो कार से धनतेरस की सुबह 10 बजे सनावल साइड में काम देखने के लिये निकला था।

वाहन में सहलू नामक एक और व्यक्ति था। वाहन दोपहर को 3 बजे के लगभग डिंडो चौकी क्षेत्र के बिमड़ा मोड़ जंगल के आमामोड़ नाला के नीचे जा गिरी। पुलिस ने तीनों घायलों को वाड्रफनगर अस्पताल ले जाया गया, वहां से चिकित्सकों ने तीनों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल रिफर कर दिया,जहां ठेकेदार सहित मैनेजर राम की मौत हो गई। एक अन्य घायल का उपचार जारी है। 

लोडर गाड़ी की टक्कर से चालक की मौत

बुधवार की सुबह ड््यूटी पर मौजूद अदानी कंपनी में कार्यरत प्राईवेट कंपनी में चालक का काम करने वाले एक व्यक्ति की मौत अदानी कंपनी के लोडर वाहन के ठोकर से हो गई। अस्पताल में हुई मौत के बाद परिजनों की चीख से पूरा अस्पताल गूंज उठा। दूसरी ओर वहां के कर्मचारी मामले को दबाने में लगे रहे।  जानकारी के अनुसार उदयपुर निवासी शुभम ताम्रकार पिता अशोक ताम्रकार उम्र 19 वर्ष अदानी में ही सियाराम कंपनी में  छोटे वाहन का चालक था। आज सुबह 7.30 बजे वह कंपनी में काम पर था। उसी दौरान पीछे से अदानी कंपनी की लोडर वाहन ने ठोकर मार दी।

घटना के बाद वहां के कर्मचारी बीएन झा ने घायल को लाकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दाखिल कराया, जहां कुछ ही देर में चालक की मौत हो गई। मौत के बाद परिजन शव को वार्ड से ले जाने नहीं दे रहे थे। परिजनों को विश्वास ही नहीं था कि त्यौहार के इन दिनों में उनके घर को कोई व्यक्ति चल बसा हो।

बाद में पुलिस सहायता केेंद्र की पुलिस ने आकर उन्हें समझाइश दी, तब जाकर मामला शांत हुआ। दूसरी तरफ  बयान देने में वहां के कर्मचारी कतरा रहे थे। उनका कहना था कि उनमें से किसी ने दुर्घटना होते नहीं देखा, जबकि परिजनों का कहना है कि कर्मचारियों के अनुसार लोडर वाहन से ही चालक की मौत हुई है। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर लिया है।

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