गार्डिनिया बिल्डर के खिलाफ खरीदारों ने किया प्रदर्शन
100 फ्लैट खरीदारों ने अपने परिवार और बच्चो के साथ हक की लड़ाई के लिए सड़कों पर उतरे और गार्डिनिया बिल्डर के स्पेक्ट्रम कमर्शियल प्रोजेक्ट के मुख्य गेट पर एकत्र होकर बैनरों के साथ नारेबाजी कर जुलूस निक;
नोएडा। 100 फ्लैट खरीदारों ने अपने परिवार और बच्चो के साथ हक की लड़ाई के लिए सड़कों पर उतरे और गार्डिनिया बिल्डर के स्पेक्ट्रम कमर्शियल प्रोजेक्ट के मुख्य गेट पर एकत्र होकर बैनरों के साथ नारेबाजी कर जुलूस निकला। इस मौके पर खरीदारों ने स्पष्ट कहा कि उन्हें प्राधिकरण, शासन व बिल्डर से किसी प्रकार की राहत नहीं मिल रही है।
फ्युटेक शेल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशक संजीव शर्मा और मनोज राय को आवास एवं विकास परिषद् से बहुमंजिला इमारत बनाने के लिए अलॉट हुआ। उस पर गार्डिनिया इंडिया लिमिटेड ने निर्माण शुरू किया। इनके मालिक भी यह दोनों निदेशक ही है। फ्लैट्स दिसम्बर 2012 तक ग्राहकों को रहने के लिए दे दिए जाने थे। लेकिन बिल्डर समय पर प्रोजेक्ट पूरा नहीं कर पाया।
प्रोजेक्ट को चार साल देर कर दिया है। अभी कुछ फ्लैट खरीदारों ने सूचना के अधिकार के अंतर्गत आवास एवं विकास परिषद से जानकारी एकत्र की है कि फ्युटेक शेल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड पर आवास एवं विकास परिषद् की 64 करोड़ बकाया राशि है जो बिल्डर ने आवास एवं विकास परिषद् को नहीं चुकाई है। इसी कारण से प्लाट का रजिस्ट्रेशन बिल्डर के पक्ष मैं आवास एवं विकास परिषद् के द्बारा हस्तानांतरण नहीं हुआ है। अत: इसकी वजह से फ्लैटस की रजिस्ट्री नहीं हो सकी है जिसकी वजह से प्रदेश की सरकार को स्टाम्प ड्यूटी की रूप मैं राजस्व की प्राप्ति भी नहीं हुआ है।
इसके अलावा बिल्डर ने कारपोरेशन बैंक का कर्ज जो कि इस प्रोजेक्ट के प्लाट पर ले रखा है उसको भी बिल्डर ने बैंक को अदा नहीं किया है। इतना ही नहीं बिल्डर ने इस प्रोजेक्ट की कम्पाउंडिग भी अभी तक नहीं कराई है जिसके लिए बिल्डर को आवास एवं विकास परिषद् को लगभग आठ करोड़ देना है, इसकी वजह से गार्डिनिया ग्लैमर प्रोजेक्ट को कम्पलीशन सर्टिफिकेट मिलना मुश्किल है। हमने इस आशय मैं आवास एवं विकास परिषद् वसुंधरा एवं लखनऊ में भी शिकायत की परन्तु अभी तक अपेक्षा अनुरूप सफलता नहीं मिली है।
ग्राहकों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से भी इस संदर्भ में शिकायत की है परन्तु अभी भी फ्लैट्स खरीदारों को कोई उनके फ्लैट का मालिकाना हक नहीं मिला है। मनोज राय और संजीव शर्मा दोनों निदेशकों से भी कई बार बैठक की गई। हर बार वह झूठा आश्वासन देते हैं इससे परेशान होकर फ्लैट खरीदारों ने पहले भी प्रदर्शन किया था। लिहाजा रविवार को 100 फ्लैट खरीदारों ने एक बार फिर प्रदर्शन किया। खरीदारों ने बताया की जब तक उनके फ्लैट्स का मालिकाना हक नहीं मिल जाता उनका यह संघर्ष जारी रहेगा।