भाजपा सबकुछ बदलना चाहती है, मरना कबूल लेकिन उनके साथ नहीं जाएंगे : नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा सबकुछ बदलना चाह रही है;
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा सबकुछ बदलना चाह रही है। नए नए नाम रख रही है। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि मरना कबूल है, लेकिन उनके साथ जाना कबूल नहीं है।
महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर पटना के गांधी घाट पर आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि आज बापू की पुण्य तिथि है। आज ही के दिन बापू की हत्या हुई थी। बापू के किए गए हर काम को बिहार में नई पीढ़ी तक पहुंचाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आज कल लोग बहुत तरह की बात कर रहे हैं। समाज के हर तबके की एकता की बात हमलोग करते हैं। आजादी के इतिहास को भुला पाना असम्भव है।
भाजपा से गठबंधन के सवाल पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमसे अब गठबंधन का क्या मतलब है। हमलोग तो अटल जी को मानने वाले हैं। हमलोग उनके साथ थे, वे कितने अच्छे थे। उसके बाद हमलोगों ने भाजपा से नाता तोड़ लिया था। ये लोग बाद में पीछे पड़कर वर्ष 2017 में हमारे साथ आए, उनकी बात मानकर चले गए फिर हमलोग अलग हो गए। वर्ष 2020 में उन्होंने हमलोगों के साथ कितना गलत किया। हम उस समय मुख्यमंत्री बनना नहीं चाहते थे, लेकिन जबरदस्ती मुझे मुख्यमंत्री बना दिया गया।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमारी पार्टी के लोगों ने मुझे बताया कि हमलोग अपने बल पर जीते हैं और हारे हुए प्रत्याशियों ने बताया कि हमको किस तरह से हरवाया गया। भाजपा वाले जो भी सीटें जीते उसमें हमारी पार्टी के समर्थकों ने जमकर वोट दिया।
उन्होंने कहा कि अब आगे का चुनाव होगा तब देखिएगा। बिहार को ठीक से जान लीजिए।
नीतीश ने कहा कि हमलोगों ने वर्ष 2005 से हिंदू, मुस्लिम सबके हित में काम किया। यही कारण था कि अल्पसंख्यक समाज के लोग भी भाजपा वालों को वोट दे रहे थे। वर्ष 2015 में जब हम अलग हो गए थे तब उन्हें कितनी सीटें मिली थीं। इस बार हमको हरवाकर हमारा ही वोट लेकर वे लोग जीते।
उन्होंने कहा कि हम तो अटल जी के चलते उस वक्त साथ में चले गए थे, अब जब से ये लोग आ गए हैं, तो सब चीज बदल रहे हैं। हर चीज को बदलना चाह रहे हैं। सब का नया नया नाम रख रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी सबको समझा रहे थे लेकिन उनकी हत्या कर दी गई। वे मुसलमानों की रक्षा करते थे इसीलिए उनकी हत्या कर दी गई। ये सब बातें नयी पीढ़ी के लोगों को बताना है, उन्हें याद रखना चाहिए। भाजपा के लोग इसे भुलवाना चाहेंगे।
उन्होंने साफ कहा कि हमें मरना कबूल है लेकिन भाजपा के साथ जाना कबूल नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि लालू प्रसाद यादव के साथ क्या-क्या नहीं हुआ।