अटल जी को श्रद्धांजलि के साथ शुरू हुई भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की पहली बार यहां हो रही बैठक के आयोजन स्थल को पूरी तरह से दिवंगत नेता की स्मृति को समर्पित;
नयी दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की पहली बार यहां हो रही बैठक के आयोजन स्थल को पूरी तरह से दिवंगत नेता की स्मृति को समर्पित किया गया है।
डॉ. अम्बेडकर अंतरराष्ट्रीय संस्थान को इस बैठक के लिए अाकर्षक ढंग से सजाया गया है और प्रवेश द्वारों पर पूर्व प्रधानमंत्री के जीवंत आकर्षक कटआउट एवं पोस्टर लगाए गये हैं। इमारत के दोनों ओर बड़े बड़े बैनर लगाए गये हैं जिस पर स्वर्गीय वाजपेयी के चित्र लगे हैं और उनकी उक्तियों को अंकित किया गया है। प्रवेश द्वार के ठीक बाहर दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री के फूलों से चित्र बनाकर सजाये गये हैं। मुख्य हॉल में भी श्री वाजपेयी का बड़ा कटआउट लगाया गया है।
भवन के आसपास के चौराहों को भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और अन्य वरिष्ठ नेताओं के चित्रों से सजाया गया है। कुछ स्थानों पर पार्टी के चुनाव चिह्नों को प्रमुखता से दर्शाया गया है।
एक प्रवेश द्वार के निकट पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, डॉ. मुरलीमनोहर जोशी के चित्र लगाए गए हैं। कई स्थानों पर केन्द्रीय मंत्रियों और राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं उप मुख्यमंत्रियों के भी चित्र दिखाई दे रहे हैं।
इस भवन के अंदर जेनेरिक दवाओं के सस्ते दर पर मिलने, मामूली प्रीमियम पर लोगों को दो लाख रुपए का बीमा योजना तथा कृषि संबंधित योजनाओं आदि के भी बैनर लगाए गये हैं।
संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर की याद में बने इस स्मारक स्थल में अद्भुत नज़ारा है। राजनीतिक प्रेक्षकों के अनुसार भाजपा इस स्थान से अंबेडकर और वाजपेयी को एक समान स्तर पर लाने और दलित एवं सवर्ण समाज के बीच सामाजिक समरसता का संदेश देने का प्रयास कर रही है।
हाल ही में अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण कानून में संशोधन के कारण देश के अनेक हिस्सों में सवर्ण समाज के आंदोलन को देखते हुए इसे राजनीतिक दृष्टि से बेहद अहम माना जा रहा है।
आयोजन स्थल को बिजली के सजावटी बल्बों से भी सजाया गया है। बैठक स्थल एवं आसपास सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गये हैं। बैठक शुरू होने से पहले सुरक्षा कर्मियों ने इसकी बारीकी से जांच की। भाजपा अध्यक्ष बैठक के शुरू होने से पहले ही वहां पहुंच गये थे और उन्होंने सभी तैयारियों की जानकारी ली।
पहले यह बैठक 18 एवं 19 अगस्त को दिल्ली में ही होने वाली थी लेकिन श्री वाजपेयी के निधन के कारण इसे टाल दिया गया था।