भाजपा का दावा: भाटपाड़ा में पुलिस फायरिंग से ही हुई दो लोगों की मौत
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के निर्देश पर गठित पार्टी के तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने आज दावा किया;
भाटपाड़ा । भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के निर्देश पर गठित पार्टी के तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने आज दावा किया कि पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के भाटपाड़ा में गुरुवार को पुलिस फायरिंग में ही दो युवकों की मौत हुयी थी। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं बर्द्धमान-दुर्गापुर के सांसद एस एस अाहलूवालिया के नेतृत्व में गठित प्रतिनिधिमंडल ने आज घटनास्थल का मौके मुआयना कर यह दावा किया। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस ने हवा में गोलियां चलायीं थीं तो दोनों युवकों को एसएलआर और इंसास राइफल की गोलियां कैसे लगी?
गौरतलब है कि यह प्रतिनिधिमंडल हिंसाग्रस्त क्षेत्र की स्थिति का जायजा लेने के बाद अपनी रिपोर्ट भाजपा अध्यक्ष एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सौंपेंगा।
प्रतिनिधिमंडल में श्री आहलूवालिया के साथ पार्टी के दो अन्य सांसद-मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त सत्यपाल सिंह और अर्जुन सिंह तथा झारखंड के पूर्व पुलिस महानिदेशक बी डी राम शामिल हैं।
भाजपा नेताओं ने पीड़ित परिवारों के सदस्यों तथा स्थानीय लोगों से भी बातचीत की। मृतकों के परिजनों और स्थानीय लोगों ने भी आरोप लगाया कि पुलिस फायरिंग से ही दोनों युवकों की मौत हुयी।
आहलूवालिया ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव के परिणामों से हतोत्साहित होकर आतंक का माहौल कायम करने के लिए ममता बनर्जी नीत तृणमूल सरकार इस प्रकार का कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि चुनाव के बाद भी ऐसी घटनायें हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भाटपाड़ा हत्याकांड पर गंभीर चिंता जतायी है और मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी शोक एवं संवेदना प्रकट की है।
उन्होंने दावा किया कि इंसास राइफल और एसएलआर के जरिये गोलीबारी की गयी। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस ने हवा में गोली चलायी होती तो दोनों युवकों की कैसे मौत होती। उन्होंने कहा कि लक्ष्य को निशाना बनाकर गोलीबारी की गयी।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को भाटपाड़ा क्षेत्र में एक नये पुलिस स्टेशन के उद्घाटन से कुछ ही समय पहले ही विरोधी गुटों के बीच हुये हिंसक संघर्ष में कम से कम दो लोगों की गोली लगने से मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गये थे।