माजदा की टक्कर से पशु चिकित्सक की मौत
बिलासपुर ! आज दोपहर करीबन 12 बजे रायपुर मार्ग में तिफरा स्टेट बैंक के पास यदुनंदन नगर मोड़ में एक माजदा चालक ने बाईक में शहर आ रहे पशु चिकित्सक को ठोकर मार दी।;
बिलासपुर-रायपुर मार्ग में लगा जाम,तिफरा पुलिस चौकी के पास हुआ हादसा
प्रभारी मंत्री भी फंसे जाम में
बिलासपुर ! आज दोपहर करीबन 12 बजे रायपुर मार्ग में तिफरा स्टेट बैंक के पास यदुनंदन नगर मोड़ में एक माजदा चालक ने बाईक में शहर आ रहे पशु चिकित्सक को ठोकर मार दी। मौके पर ही चिकित्सक की मौत हो गई। सडक़ हादसे के बाद तिफरा में जाम लग गया। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। सुराज की बैठक में शामिल होने आ रहे जिले के प्रभारी मंत्री अजय चंद्राकर भी जाम में फंस गए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रशांत कतलम, सीएसपी लखन पटले एवं यातायात के अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसी तरह जाम को खाली कराया। एवं शव को पोस्टमार्टम के लिए सिम्स भेजा तब जाकर मंत्री तिफरा पुल से छत्तीसगढ़ भवन पहुंचे। तिफरा में घटना के बाद तनाव की स्थिति बन गई। पुलिस ने परिजनों को घटना की जानकारी दे दी है।
मिली जानकारी के अनुसार डा.बीएल गुप्ता उम्र 50 साल आसमां कॉलानी सकरी में रहते हैंा। वे वर्तमान में बिल्हा पशु चिकित्सालय में पदस्थ हैं। आज दोपहर 12 बजे वे बिल्हा से जेडी आफिस बिलासपुर आ रहे थे ग्राम सुराज अभियान की जानकारी अफसरों को देना था। डा. बी एल गुप्ता अपनी बाईक क्रमांक सीजी 13 जे-8265 में सवार होकर यहां आ रहे थे। वे 12.15 बजे तिफरा बजरंग हाटल के पास पहुंचे थे तभी पीछे से आ रही माजदा क्रमांक सीजी 10 सी 5514 के चालक ने लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाते हुए डा.बीएल गुप्ता को ठोकर मार दी। माजदा की चपेट में आकर डा.गुप्ता बाईक समेत सडक़ पर गिर पड़े और सिर में गंभीर चोट लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई। सडक़ हादसे के बाद तिफरा मार्ग में काली मंदिर से लेकर महाराणा प्रताप चौक तक तिफरा पुल में जाम लग गया। लोगों में बेहद आक्रोश था। घटनास्थल पर सैकड़ों लोगों की भीड़ लग गई। तिफरा पुलिस चौकी के कर्मी मौके पर पहुंचे लेकिन यातायात व्यवस्था नहीं बना पाए। घटना के बाद माजदा चालक गाड़ी छोडक़र फरार हो गया।
इसी बीच छत्तीसगढ़ भवन आ रहे प्रदेश शासन के मंत्री अजय चंद्राकर भी तिफरा में जाम में फंस गए। आनन-फानन में पुलिस अधिकारी प्रशांत कतलम, लखन पटले दलबल के साथ तिफरा पहुंचे और किसी तरह रास्ता खुलवाया। आवागमन चालू करवाया और आधे घंटे बाद मंत्री छत्तीसगढ़ भवन पहुंचे। इधर मृतक के जेब से मोबाइल मिला जिसके आधार पर पुलिस ने पशु चिकित्सा विभाग के कर्मचारी अधिकारियों से संपर्क किया और घटना की जानकारी मृतक के परिजनों को दी। शव को सिम्स के मच्र्यूरी में रखा गया है। परिजनों के आने के बाद पोस्टमार्टम किया जाएगा। पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी कर्मचारी सिम्स पहुंच गए हैं और परिजनों को घटना की जानकारी दे दी है। देर रात तक बेटे व पत्नी यहां आएंगे।
बताया जाता है कि डा. बीएल गुप्ता रींवा मऊगंज के मूलत: रहने वाले हैं। वे पिछले 5 साल से सकरी में आसमा कालोनी में रह रहे हैं। उनके तीन बेटे तथा एक बेटी है। एक बेटा अमेरिका की कंपनी में इंजीनियर है दूसरा बेटा इंदौर में एक नीजि कंपनी में काम करता है तथा एक बेटा रींवा में कारोबारी है। यहां घर में पत्नी व बेटी साथ रहते हैं। कुछ दिन पहले ही वे रीवां में दशगात्र व तेरहवीं कार्यक्रम से वापस आए हैं। वे अपनी पत्नी को रींवा घर में छोडक़र आए हैं। उनकी बेटी आज सुबह स्कूल पढ़ाने चली गई और वे बिल्हा अस्पताल आ गए कल सुराज अभियान की तैयारी को लेकर डा. बी एल गुप्ता को जानकारी देना था। वे फाईल लेकर बिल्हा में जेडी आफिस शहर आ रहे थे और सडक़ हादसे में जान गंवा बैठे। पुलिस ने माजदा चालक को गिरफ्तार कर लिया है।
ज्ञात हो कि तिफरा मुख्य मार्ग में हर दिन जाम की स्थिति बनती है। आज सुबह भी रायपुर मार्ग में यातायात व्यवस्था में बार-बार अवरोध हो रहा था। तिफरा पुल में जाम की स्थिति रोज बनती है। आज जब जाम में मंत्री फंसे तो पुलिस के आला अफसर पांच मिनट के अंदर तिफरा पहुच गए। ज्ञात हो कि शहर में महाराणा प्रताप चौक एक ऐसा चौराहा है जहां हर दिन जाम में फँसते हैं लेकिन यातायात पुलिस भी असहाय रहती है। सुबह 8 बजे से रात 10बजे तक यहां भीड़ लगी रहती है चारों दिशाओं से वाहनों का आवागमन होता है। तिफरा मार्ग में कई बार दुर्घटना हो चुकी है।
हेलमेट पहने थे,बेल्ट खुला था
बिल्हा अस्पताल से शहर आते समय बाईक में सवार चिकित्सक बी एल गुप्ता ने बकायदा सुरक्षा की दृष्टि से हेलमेट पहन रखे थे। लेकिन उन्होंने हेलमेट का बेल्ट नहीं बांधा था। जैसे ही माजदा चालक ने पीछे से बाईक को ठोकर मारी डाक्टर गुप्ता सडक़ पर गिर पड़े और उनका हेलमेट सिर से निकलकर दूर जा गिरा। इस घटना में डाक्टर के सिर पर गंभीर चोअ लगी और देखते ही देखते सिर से खुन बहने लगा और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। आज तिफरा में चर्चा रही कि यदि डाक्टर गुप्ता हेलमेट बांधकर रखते तो शायद उनकी मौत नहीं होती। आज तेज धूप में लोग हेलमेट पहनकर चल रहे हैं कुछ तो वाहन में चलते समय हल्के हेलमेट पहनते हैं। जिससे सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं होती डा. गुप्ता अच्छी कंपनी के हेलमेट पहन रखे थे लेकिन सडक़ हादसे का शिकार हो गए।
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