आतंकियों से फंडिंग के मामले में पूछताछ, सतविंदर से हो सकते हैं अहम खुलासे
बिलासपुर ! पाकिस्तान के लिए जासूसी तथा आतंकवादियों को फंडिंग कराने वाले सतविंदर सिंह को पुलिस 6 दिनों की रिमांड पर जम्मू से यहां लाकर जिले में उसके नेटवर्क के बारे में पूछताछ कर रही है।;
जम्मू से 5 मई तक की रिमांड पर लाई है बिलासपुर पुलिस
बिलासपुर ! पाकिस्तान के लिए जासूसी तथा आतंकवादियों को फंडिंग कराने वाले सतविंदर सिंह को पुलिस 6 दिनों की रिमांड पर जम्मू से यहां लाकर जिले में उसके नेटवर्क के बारे में पूछताछ कर रही है। आतंकवादियों को मोटी रकम मुहैया कराने में आरोपियों को तस्वीर, कोड नंबर, बैंक खाता खोलने तथा मदद करने के मामले में पुलिस पूछताद कर रही है। सतविंदर सिंह जासूरी करने के मामले में पहले से ही जम्मू जेल में बंद था। बिलासपुर पुलिस उससे यहां लेकर आई और कड़ाई से पूछताछ की जा रही है। और भी इस मामले में खुलासा हो सकता है। महत्वपूर्ण सुराग पुलिस को मिले हैं। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सतविंदर सिंह से पूछताछ की जा रही है।
आतंकवादियों को बड़ी डील कराने वाले संजय देवांगन को कस्टडी में लेने के बाद पुलिस ने जम्मू से सतविंदर सिंह को जेल से शहर लेकर पहुंचे। ज्ञात हो कि आतंकवादियों को फंडिंग कराने के मामले में पुलिस ने अकलतरा जांजगीर चांपा के चार युवकों को हिरासत में लिया था। जांजगीर चांपा के रहने वाले जम्मू-कश्मीर से लेकर दिल्ली तक आतंकियों के खाते में फंडिंग कराने वाले दो आरोपियों की शहर से गिरफतारी के बाद सतना में रज्जन तिवारी से मुलाकात कराने वाले आतंकियों के सहयोगी अवधेश दुबे को आज पुलिस ने अकलतरा से गिरफ्तार किया है। जासूसी करने वाल अवधेश दुबे के बैंक खाते एसबीआई व बैंक ऑफ बड़ौदा में लाखों रूपए मिले थे। तीनों आरोपियों के खाते में अब तक 60 लाख से अधिक का लेनदेन हुआ है। आतंकियों को फंडिंग करने वाले तीनों आरोपी अवधेश दुबे, संजय देवांगन मनिन्द्र यादव से पूछताछ करने के बाद चौथे आरोपी को पुलिस ने हिरासत में लिया था। मुख्य आरोपी संजय देवांगन को कस्टडी में लेने के लिए जम्मू कश्मीर की पुलिस भी आई थी। देश के बारे में पाकिस्तान को गोपनीय सूचनाएं भेजने वाले जम्मू कश्मीर के आतंकी सतविंदर के लिए काम करने वाले संजय देवागन और मनीन्द्र तिवारी ने पकड़े जाने के बाद यहां पुलिस के सामने कई राज उगले। उन्होंने बताया कि गांवों में नेटवर्किंग के लिए वह खुद एक ट्यूलिप मार्केटिंग कंपनी का एजेंट बताकर लोगों से मिलते थे। आरोपियों का मुख्य सरगना राजेंद्र तिवारी को बताया जा रहा है, जो मार्केटिंग नेटवर्क से जोडऩे के लिए लोगों को पैसे का लालच देते थे। सज्जन तिवारी के कहने पर संजय देवांगन ने 4-5 अलग-अलग बैंक खाता खोल रखा था। ग्रामीण लोग इनके खाते में पैसे जमा करते थे। खाते में जमा रकम को दिल्ली में रहने वाले कुछ लोग निकाल लेेते थे। आरोपियों के खाते में कैश बाहार से भी जमा हो रहा था। आरोपियों के बैंक खाते में अचानक काफी रकम जमा होने पर बैंक अधिकारी ने खातों को ब्लॉक भी कर दिया।