बीजापुर नक्सल हमला: गृह मंत्री अमित शाह ने लिया संज्ञान, लापता जवानों की तलाश जारी
छत्तीसगढ़ का बीजापुर एक बार फिर से लाल आतंक से दहल गया है;
बीजापुर। छत्तीसगढ़ का बीजापुर एक बार फिर से लाल आतंक से दहल गया है। जी हां कल शनिवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा-बीजापुर सीमावर्ती इलाके में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में आठ जवान शहीद हो गए थे और 30 जवान घायल हो गए थे। घायलों में 6 जवानों की हालत नाजुक बताई जा रही है।
बता दें कि इस मुठभेड़ में जहां आठ जवान शहीद हो गए हैं तो वहीं जानकारी के मुताबिक 20 से 25 से जवान अब भी लापता हैं। इस मामले पर गृह मंत्री अमित शाह ने इस मामले में संज्ञान लिया है। इधर गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री से फोन पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बात की है। साथ ही उन्होंने ट्वीट करके शहीद जवानों को नमन किया है और उन्हें श्रद्धांजलि दी है। लापता जवानों की तलाश अभी भी जारी है। खास बात ये है कि इस हमले की जानकारी पहले ही खुफिया एजेंसियों ने दे दी थी।
I bow to the sacrifices of our brave security personnel martyred while fighting Maoists in Chhattisgarh. Nation will never forget their valour. My condolences are with their families. We will continue our fight against these enemies of peace & progress. May injured recover soon.
इस मुठभेड़ की बात करें तो जिले के तर्रेम थाना क्षेत्र के सिंगरेल और पुर्णिया के बीच के इलाके में मुठभेड़ हुई है। इस दौरान 10 नक्सलियों के मारे जाने की भी खबर है। कई नक्सलियों के शव को पुलिस ने जब्त भी कर लिया है। बताया जा रहा है कि मौके पर 200 से ज्यादा नक्सली मौजूद थे। डीजीपी डीएम अवस्थी से मिली जानकारी के अनुसार मुठभेड़ में एक कोबरा बटालियन का जवान, दो बस्तरिया बटालियन के जवान और दो डीआरजी के जवान शहीद हुए हैं।
डीआईजी नक्सल ओपी पाल ने जानकारी दी कि 2 अप्रैल की रात को जवान ऑपरेशन के लिए निकले थे। इस दौरान बीजापुर और सुकमा से सीआरपीएफ, डीआरजी, एसटीएफ और कोरबा के जवानों ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया। बीजापुर के तररेम से 760, उसूर से 200, पामेड़ से 195, सुकमा के मीनपा से 483 और नारसापुरम से 420 जवान इस ऑपरेशन में थे। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही बस्तर रेंज के नारायणपुर जिले में भी नक्सलियों ने डीआरजी के जवानों को निशाना बनाया था।
आपको बता दें कि अभी भी लापता जवानों के खोज निकलाने के लिए सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है।