तेजस्वी यादव की 'बिहार अधिकार यात्रा' नहीं, बल्कि 'भ्रष्टाचार बचाओ' मार्च है: दिलीप जायसवाल
राजद नेता तेजस्वी यादव की बिहार अधिकार यात्रा पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी;
तेजस्वी की यात्रा पर दिलीप जायसवाल का हमला : यह भ्रष्टाचार बचाओ मार्च है
- मोदी के दौरे के बाद शाह की एंट्री, भाजपा की चुनावी रणनीति तेज
- जायसवाल का दावा: बिहार की जनता तेजस्वी के सपने को साकार नहीं होने देगी
पटना। राजद नेता तेजस्वी यादव की बिहार अधिकार यात्रा पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह अधिकार यात्रा नहीं, बल्कि 'भ्रष्टाचार बचाओ' मार्च है।
दिलीप जायसवाल ने कहा कि वह अधिकार यात्रा नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार बचाओ यात्रा पर निकले हैं। यह 2005 से पहले उनकी सरकार के दौरान हुई जबरन वसूली की गतिविधियों पर चिंता को दर्शाता है और वे बिहार को 2005 से पहले वाली स्थिति में वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं। 2005 के पहले उनकी सरकार में अपहरण का उद्योग और भ्रष्टाचार चलता था। उसी के लिए वह चिंतित हैं। बिहार की जनता उनके इस सपने को कभी साकार नहीं होने देगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे के बाद गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह 18 सितंबर को पटना जाएंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उनका दो जगह कार्यक्रम है। सासाराम में कार्यक्रम होने जा रहा है, जहां वह 2500 कार्यकर्ताओं से मिलेंगे। इस दौरान आगामी चुनाव पर चर्चा करेंगे। उसके बाद बेगूसराय जाएंगे। बेगूसराय के भी 10 जिलों में ढाई हजार कार्यकर्ताओं से बैठक है, जिसमें आगामी चुनाव पर चर्चा होगी।
प्रधानमंत्री मोदी के बिहार दौरे पर जायसवाल ने कहा कि यह एक बहुत ही उल्लेखनीय और ऐतिहासिक कार्यक्रम था। पूर्णिया की धरती पर इससे पहले ऐसा राजनीतिक कार्यक्रम कभी नहीं हुआ। जनता उत्सव मना रही थी। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को सौगात दिया। दो अमृत भारत ट्रेन, एक वंदे भारत ट्रेन, पीरपैंती में पावर प्रोजेक्ट जैसे कई सौगातें प्रदेश की जनता को मिली। प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि किसी भी विदेशी को इस धरती पर रहने का अधिकार नहीं है। उन्होंने घुसपैठ के मामले को लेकर स्पष्ट तौर पर संदेश दिया है।